Rahul Gandhi In US: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोमवार (9 सितंबर) को कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर RSS के खिलाफ उनके विवादास्पद बयान को लेकर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह केवल भारत को बदनाम करने के लिए विदेश जाते हैं। केंद्रीय मंत्री और सीनियर बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने कहा, "आरएसएस के बारे में जानने के लिए राहुल गांधी को कई जन्म लेने पड़ेंगे। एक देशद्रोही आरएसएस को नहीं जान सकता।" उन्होने कहा, "जो लोग विदेश जाकर देश की आलोचना करते हैं, वे आरएसएस को नहीं जान सकते।"
राहुल गांधी द्वारा टेक्सास में दिए गए बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ANI से कहा, "...भारत की तारीफ करने के बजाय वे(राहुल गांधी) भारत के बाहर जाकर भारत को ही गाली दे रहे हैं, चीन की तारीफ कर रहे हैं। लगता है कि वे चीन के पैसों पर ही पल रहे हैं तभी वे बाहर जाकर चीन का प्रचार कर रहे हैं... ऐसे लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाना चाहिए जो भारत के बाहर जाकर भारत की निंदा करते हैं और दुश्मन देशों की तारीफ करते हैं।"
गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी शायद भूल गए हैं कि जब राजीव गांधी ने संसद से सुप्रीम कोर्ट के आदेश को खारिज कर दिया था, क्या यह महिलाओं का अपमान नहीं था? वहीं दूसरी ओर नरेंद्र मोदी आजीविका मिशन के माध्यम से गांवों की गरीब महिलाओं को लखपति दीदी बना रहे हैं, जो सकारात्मक कार्रवाई का सबूत है।
अमेरिका के टेक्सास में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस भारत के एक विचार में विश्वास करता है, जबकि कांग्रेस पार्टी इसे विचारों की बहुलता मानती है। उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं के बारे में बीजेपी और आरएसएस का विचार उन्हें घर और रसोई में खाना पकाने तक सीमित रखना है।
राहुल गांधी ने टेक्सास में भारतीय-अमेरिकी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय राजनीति में प्रेम, सम्मान और विनम्रता का अभाव है। उन्होंने यह मानने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की भी आलोचना की कि भारत 'एक विचार' है। राहुल ने लोकसभा में विपक्ष का नेता बनने के बाद भारतीय प्रवासी समुदाय के साथ अपने पहले संवाद के दौरान डलास में रविवार (8 सितंबर) को ये टिप्पणियां कीं।
पीटीआई के मुताबिक, राहुल गांधी ने कहा, "आरएसएस मानता है कि भारत एक विचार है। हम मानते हैं कि भारत विचारों की विविधता वाला देश है।" उन्होंने कहा, "अमेरिका की तरह हमारा भी मानना है कि हर किसी को भागीदारी की अनुमति दी जानी चाहिए। हम मानते हैं कि हर किसी को सपने देखने का हक होना चाहिए। जाति, भाषा, धर्म, परंपरा, इतिहास की परवाह किए बगैर हर किसी को अवसर मिलना चाहिए।ठ
कांग्रेस सांसद ने कहा, "यही लड़ाई है। चुनाव में यह लड़ाई तब चरम पर पहुंच गई जब भारत में लाखों लोगों को साफ समझ आ गया कि भारत के प्रधानमंत्री देश के संविधान पर हमला कर रहे हैं। मैं आपसे कह रहा हूं कि (भारत) एक राज्यों का संघ है। वहां भाषाओं का सम्मान है। धर्मों का सम्मान है। सभी परंपराओं का सम्मान है। सभी जाति का सम्मान है। यह सब संविधान में है।"
कांग्रेस नेता ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी भूमिका भारतीय राजनीति में प्रेम, सम्मान और विनम्रता के मूल्यों को स्थापित करने की है। लोकसभा चुनाव परिणामों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अपने दम पर बहुमत हासिल करने में नाकाम रहने के परोक्ष संदर्भ में राहुल ने कहा, "लोग कह रहे थे कि भाजपा हमारी परंपरा पर हमला कर रही है, हमारी भाषा आदि पर हमला कर रही है। उन्हें समझ आ गया कि जो भी भारत के संविधान पर हमला कर रहा है, वह हमारी धार्मिक परंपरा पर भी हमला कर रहा है।"
राहुल गांधी ने कहा, "हमने देखा कि चुनाव नतीजे आने के कुछ मिनटों के भीतर भारत में कोई भी BJP, प्रधानमंत्री से डर नहीं रहा था। ये बड़ी उपलब्धियां हैं। ये भारत के लोगों की बड़ी उपलब्धियां हैं जिन्होंने लोकतंत्र को महसूस किया, जिन्होंने महसूस किया कि हम अपने संविधान पर हमले को स्वीकार नहीं करेंगे। हम अपने धर्म पर हमले को स्वीकार नहीं करेंगे। हम अपने राज्यों पर हमले को स्वीकार नहीं करेंगे।"
राहुल ने कहा कि अमेरिका को भारत की जरूरत है। इसी तरह भारत को अमेरिका की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारतीय प्रवासी समुदाय दोनों देशों के बीच एक सेतु है। उन्होंने कहा, "मेरी राय में आपको इन दो घरों के बीच स्वतंत्र रूप से यात्रा करनी चाहिए। आपको भारत का विचार अमेरिका में लाना चाहिए और अमेरिका के विचार भारत में लाने चाहिए।" कांग्रेस नेता ने कहा, "आपकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है क्योंकि इन दोनों संघों के बीच के रिश्ते दोनों के भविष्य का निर्धारण करने वाले हैं।"