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UP Elections 2022: 'राष्ट्रवादी सरकार' के गठन के लिए सभी निर्वाचन क्षेत्रों में प्रसाद और मंदिर स्थलों की मिट्टी बांट रही VHP

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण में 12 जिलों की 61 विधानसभा सीटों पर रविवार 27 फरवरी को मतदान होने हैं, आज यानी शुक्रवार शाम को चुनाव प्रचार थम जाएगा

अपडेटेड Feb 25, 2022 पर 3:15 PM
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बड़ी संख्या में VHP कार्यकर्ता अयोध्या और अन्य विधानसभा क्षेत्रों में रामलला का प्रसाद और चरण रज के पैकेट लेकर लोगों के बीच जा रहे हैं

UP Elections 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में 'राष्ट्रवादी सरकार' (Nationalist Government) का गठन सुनिश्चित करने के लिए विश्व हिंदू परिषद (VHP) प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में प्रसाद और 'चरण रज' (मंदिर स्थलों की मिट्टी) बांट रही है। बड़ी संख्या में विहिप कार्यकर्ता अयोध्या और अन्य विधानसभा क्षेत्रों में रामलला का प्रसाद और चरण रज के पैकेट लेकर लोगों के बीच जा रहे हैं।

साथ ही वे पर्चे भी बांट रहे हैं, जिन पर यह अपील लिखी है कि लोग एक ऐसी सरकार चुनें, जिसका नेतृत्व ईमानदार हो और जो राष्ट्र, संस्कृति और धार्मिक धरोहर का सम्मान करे। अपील में मतदाताओं से यह भी कहा गया है कि वे एक ऐसी सरकार चुनें, जो अयोध्या के विकास और यहां हो रहे राम मंदिर के निर्माण को निर्बाध रूप से आगे बढ़ाए। साथ ही साथ वह जाति की राजनीति से ऊपर उठकर एक सौहार्दपूर्ण समाज का निर्माण भी करे।

बता दें कि अयोध्या में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के तहत आगामी 27 फरवरी को मतदान होना है। विहिप हिंदू राष्ट्रवाद की विचारधारा पर आधारित एक दक्षिणपंथी संगठन है। राम मंदिर आंदोलन में यह काफी एक्टिव था।


विहिप के क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा कि धर्म आचार्यों के आह्वान पर ग्राम स्तर तक श्री राम लला का प्रसाद और चरण राज बांटी जा रही है। इसका उद्देश्य यह है कि जिन लोगों ने रामलला के चरणों में दान दिया और जिनमें से करोड़ों लोग अब भी रामलला के दर्शन नहीं कर पाए हैं, उन्हें रामलला का प्रसाद जरूर मिल जाए।

शर्मा के मुताबिक, लोगों से यह भी कहा जा रहा है कि चुनाव एक महायज्ञ है और हमें इसमें आहुति देनी है। इसका उद्देश्य यह होना चाहिए कि उत्तर प्रदेश और अन्य स्थानों पर एक राष्ट्रवादी सरकार का गठन हो, जो रामलला, गौ माता, गंगा और गायत्री की सुरक्षा के प्रति संकल्पबद्ध हो।

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उन्होंने बताया कि विश्व हिंदू परिषद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मदद से रामलला का प्रसाद और चरण रज वितरित करने का काम कर रही है। शर्मा के अनुसार, इस कार्यक्रम को अयोध्या से शुरू किया गया था, लेकिन इसे अन्य स्थानों पर भी ले जाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के विधानसभा क्षेत्र सिराथू में भी संत यात्रा निकाली जा रही है, जिसमें रामलला का प्रसाद और चरण रज वितरित की जा रही है।

शर्मा ने बताया कि इस यात्रा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उम्मीदवारी वाले क्षेत्र गोरखपुर भी ले जाया जाएगा, साथ ही काशी के स्वयंसेवक प्रयाग में भी इस यात्रा का संचालन करेंगे। उन्होंने बताया कि अयोध्या के कारसेवकपुरम में अनेक स्वयंसेवी रामलला के प्रसाद और चरण रज के पैकेट बनाने में व्यस्त हैं।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने प्रसाद वितरण के लक्ष्य के बारे में बताया कि यह कवायद 100 फीसदी मतदान सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता सभी लोगों के घर जाकर एक जागरूकता पत्र वितरित कर रहे हैं, जिसमें सभी से मतदान करने की अपील की गई है।

विहिप के क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी ने बताया कि स्वयंसेवी जब किसी के घर जाते हैं तो वे किसी पार्टी का नाम नहीं लेते क्योंकि सभी को मालूम है कि किस दल का चुनाव घोषणा पत्र राम मंदिर, गौ रक्षा, अविरल गंगा और एकजुट समाज के प्रति समर्पित है।

शर्मा ने बताया कि जो स्वयंसेवक लोगों में प्रसाद बांट रहे हैं, वे उनसे यह भी कह रहे हैं कि वह राम मंदिर से जुड़े ऐतिहासिक वर्षों 1949 और 1990 को कभी न भूलें, क्योंकि ये हमारे इतिहास का हिस्सा हैं। वर्ष 1990 में जहां राम भक्तों पर गोलियां चलाई गई थीं, वहीं 1949 में बाबरी मस्जिद के अंदर भगवान राम और सीता की प्रतिमाएं मिली थीं।

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