लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) से पहले कांग्रेस (Congress) झटके पे झटके लग रह हैं। इसी कड़ी में देश पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते विभाकर शास्त्री (Vibhakar Shashtri) ने बुधवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया और इसके कुछ देर बाद ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन धाम लिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम एक पोस्ट में अपने त्यागपत्र की घोषणा की।
बीजेपी में शामिल होने के बाद विभाकर शास्त्री ने कहा, "मैं अपने लिए बीजेपी के दरवाजे खोलने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी, नड्डा जी, गृह मंत्री अमित शाह जी, सीएम योगी आदित्यनाथ जी और ब्रजेश पाठक के प्रति आभार जताना चाहता हूं। मुझे लगता है कि मुझे यहां मेरे दादा लाल बहादुर शास्त्री के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा। मैं पार्टी नेतृत्व के निर्देशों के अनुसार काम करूंगा।"
इस दौरान उन्होंने विपक्ष के I.N.D.I.A. गठबंधन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि I.N.D.I.A. गठबंधन की कोई विचारधारा नहीं है, बल्कि इसका मकसद मोदी जी को हटाना है। राहुल जी को बताना चाहिए कि कांग्रेस की विचारधारा क्या है।"
लखनऊ में उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने पार्टी पदाधिकारियों की मौजूदगी में विभाकर शास्त्री को बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई।
विभाकर शास्त्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा"मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मैं लाल बहादुर शास्त्री के 'जय जवान, जय किसान' के दृष्टिकोण को और मजबूत करके देश की सेवा कर पाऊंगा।"
विभाकर शास्त्री ने कांग्रेस से इस्तीफा देते हुए कहा, "सम्मानीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी, मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।’’ विभाकर कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव रहे हैं।