Get App

'विपक्ष की आपत्तियों को जोड़ सकते हैं': हंगामे के बीच वक्फ बिल पर JPC रिपोर्ट लोकसभा में पेश, अमित शाह का आया बड़ा बयान

Waqf Bill Report Tabled in Parliament: AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल असंवैधानिक है। ये वक्फ को बचाने के लिए नहीं बल्कि मुस्लिमों से वक्फ को छीनने के लिए ये विधेयक लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह बिल वक्फ को बर्बाद करने के लिए लाया जा रहा है। वहीं, लोकसभा में वक्फ बिल रिपोर्ट पर विपक्ष के हंगामे के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि असहमति नोट पर उनकी पार्टी को कोई आपत्ति नहीं है

Akhileshअपडेटेड Feb 13, 2025 पर 4:15 PM
'विपक्ष की आपत्तियों को जोड़ सकते हैं': हंगामे के बीच वक्फ बिल पर JPC रिपोर्ट लोकसभा में पेश, अमित शाह का आया बड़ा बयान
Waqf Bill Report Tabled in Parliament: विपक्ष के हंगामे के बीच वक्फ संबंधी संसदीय समिति की रिपोर्ट लोकसभा में पेश हो चुकी है

Waqf Bill Report Tabled in Parliament: वक्फ संशोधन विधेयक पर विचार करने वाली संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की रिपोर्ट गुरुवार (13 फरवरी) को विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के बीच लोकसभा के पटल पर रखी गई। समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखा। साथ ही उन्होंने समिति के समक्ष आए साक्ष्यों का रिकॉर्ड भी सदन में रखा। इससे पहले, गुरुवार को JPC की रिपोर्ट राज्यसभा के पटल पर भी रखी गई। विपक्षी सदस्यों का आरोप है कि उनकी असहमति को रिपोर्ट के साथ संलग्न नहीं किया गया है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से आग्रह किया कि वह विपक्ष की आपत्तियों को जोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) को कोई आपत्ति नहीं है। इस पर बिरला ने कहा कि कुछ सदस्यों ने उनसे मुलाकात की थी। उनके साथ जिन विषयों पर बात हुई है उन्हें रिपोर्ट के साथ संलग्न कर लिया गया है। विपक्षी सदस्यों ने विरोध जताते हुए सदन से वाकआउट कर दिया और कुछ देर बाद सदन में लौटे।

'भारत माता की जय' के लगे नारे

विपक्षी सांसदों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, तो सत्तापक्ष के कुछ सदस्यों ने रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद 'भारत माता की जय' के नारे लगाए। संसद के वर्तमान बजट सत्र के पहले चरण का गुरुवार को आखिरी कामकाजी दिन था। समिति की रिपोर्ट 30 जनवरी को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को सौंपी गई थी। समिति की 655 पेज वाली इस रिपोर्ट को बहुमत से स्वीकार किया गया था, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सदस्यों द्वारा दिए गए सुझाव समाहित हैं। विपक्षी सदस्यों ने इसे असंवैधानिक करार दिया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि यह कदम वक्फ बोर्डों को बर्बाद कर देगा।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें