महाराष्ट्र में उद्धव सरकार पर संकट गहरा गया है। आज सुबह से ही महाराष्ट्र की राजनीति में उठापटक चल रही है। महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव में मिली हार के बाद शिवसेना में बगावत हो गई है। शिवसेना के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे के सूरत पहुंचने के बाद उद्धव सरकार पर संकट गहरा गया है। बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे 29 विधायकों के साथ सूरत के एक होटल में मौजूद हैं। इसमें शिवेसना और उद्धव सरकार का समर्थन करने वाले कई निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं। इधर उद्धव ठाकरे ने शिवसेना विधायक दल की बैठक बुलाई जिसमें सिर्फ 15 विधायक ही पहुंचे। शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया है। इस बीच सूत्रों के मुताबिक खबर ये भी आई कि उद्धव ठाकरे ने इस्तीफे की पेशकश की है।
NCP अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में जो हुआ है वो पहली बार नहीं हुआ है। महाराष्ट्र में ये तीसरी बार हुआ है। उन्होंने इसे शिवसेना का आंतरिक मामला बताया है। उधर शिवसेना के सांसद संजय राउत ने पार्टी के विधायकों के वापस लौटने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि हमारे शिवसेना विधायक वापस आएंगे उनको बंधक बनाया गया है। कठिन दौर में हमारे विधायक हमारे साथ रहे हैं। ये तो एक अच्छा समय है। ऐसे में मेरा पूरा विश्वास है कि वे वापस लौटेंगे।
इधर महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सत्ता में रहने की भूख इस देश के लोकतंत्र को गलत रास्ते पर ले जा रही है। जल्दी ही सब कुछ ठीक हो जाएगा। आज दिल्ली में इस मुद्दे पर कोई मीटिंग नहीं होने वाली है। आज मैं इस मुद्दे पर विधायकों के साथ चर्चा करूंगा।
इस बीच महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि आगे क्या होगा इस बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। ये तो होना ही था। मैं भी एकनाथ शिंदे से उनके फैसले के बारे जानना चाहता हूं। बीजेपी कोई भजन मंडली नहीं चला रही है। बीजेपी का लक्ष्य सरकार बनाना है।
इधर महाराष्ट्र में उठापटक के बीच शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि हम बालासाहेब के पक्के शिवसैनिक हैं। बालासाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है। बालासाहेब के विचारों और धर्मवीर आनंद दीघे साहब की शिक्षाओं के बारे में सत्ता के लिए हमने कभी धोखा नहीं दिया और ना कभी धोखा देंगे।