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Kolkata Rape-Murder Case: सीएम ममता का 'सामाजिक बहिष्कार' करेंगे बंगाल के राज्यपाल, जानिए क्यों

Kolkata Doctor Rape and Murder Case: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने एक बयान में बताया कि बंगाल समाज के साथ एकजुटता में मैं संकल्प लेता हूं कि मैं मुख्यमंत्री का सामाजिक बहिष्कार करूंगा। उन्होंने कहा कि सामाजिक बहिष्कार का मतलब है कि मैं मुख्यमंत्री के साथ कोई सार्वजनिक मंच साझा नहीं करूंगा और न ही मैं किसी ऐसे सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लूंगा

अपडेटेड Sep 13, 2024 पर 7:23 AM
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Kolkata Doctor Rape and Murder Case: कोलकाता रेप-मर्डर के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों का पिछले एक महीने से प्रदर्शन जारी है

Kolkata Doctor Rape and Murder Case: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने गुरुवार (13 सितंबर) कहा कि कोलकाता के सरकारी आरजी कर अस्पताल मामले पर गतिरोध को लेकर लोगों के गुस्से को देखते हुए वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ कोई भी सार्वजनिक मंच साझा नहीं करेंगे। बोस ने एक वीडियो संदेश में यह भी कहा कि वह मुख्यमंत्री का 'सामाजिक बहिष्कार' भी करेंगे। बोस ने कहा, "मैं मुख्यमंत्री के साथ कोई भी सार्वजनिक मंच साझा नहीं करूंगा। मैं संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन करने के लिए उनके खिलाफ कदम उठाऊंगा। राज्यपाल के रूप में मेरी भूमिका संवैधानिक दायित्वों तक ही सीमित रहेगी।"

राज्यपाल का यह संदेश मुख्यमंत्री और प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टर के बीच प्रस्तावित बैठक नहीं होने के बाद आया है। एक वीडियो संदेश में बोस ने कहा, "राज्यपाल बंगाल में मौजूदा संकट को समाप्त करने के लिए क्या कार्रवाई प्रस्तावित कर रहे हैं। इस बारे में जनता के विभिन्न वर्गों से मुझे ढेर सारे सवाल और ज्ञापन मिल रहे हैं। मैं बंगाल के लोगों के लिए प्रतिबद्ध हूं।"

बोस ने आरजी कर अस्पताल की उस डॉक्टर के माता-पिता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई जिसकी कथित तौर पर दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। इसके साथ ही उन्होंने न्याय के लिए प्रदर्शन कर रहे लोगों के प्रति भी प्रतिबद्धता को दोहराया।


उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि सरकार अपने कर्तव्यों के निर्वहन में विफल रही है। गृह मंत्री कानून-व्यवस्था बनाए रखने की अपनी जिम्मेदारी में विफल रही हैं।" बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गृह और स्वास्थ्य विभाग की प्रभारी हैं। राज्यपाल ने कहा कि वह संविधान के आर्टिकल 167 के तहत मुख्यमंत्री को अनुपालन के लिए निर्देश जारी कर रहे हैं।

बोस ने कहा कि उन्होंने बनर्जी से आरजी कर अस्पताल गतिरोध के मद्देनजर एक इमरजेंसी कैबिनेट बैठक बुलाने के लिए कहा था। राज्यपाल ने सरकार के कथित वित्तीय कुप्रबंधन पर एक श्वेत पत्र भी मांगा है। हालांकि, इन निर्देशों का पालन नहीं किया गया।

TMC ने की प्रदर्शनकारी डॉक्टरों की आलोचना

इस बीच तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के आंदोलनकारी डॉक्टरों की आलोचना करते हुए उन्हें अमानवीय और डॉक्टर बनने के लिए अयोग्य कहा। राज्य सरकार से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि उन्हें अपनी अंतिम परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाए। प्रदर्शनकारी डॉक्टरों मुख्यमंत्री के साथ बैठक के लिए नबान्न नहीं पहुंचने पर बनर्जी का यह गुस्सा फूटा।

बनर्जी ने कहा, "जो डॉक्टर पिछले एक महीने से लाखों मरीजों की जान को जोखिम में डालकर आंदोलन कर रहे हैं, वे डॉक्टर बनने के योग्य नहीं हैं। वे डॉक्टर बनने के लिये उपयुक्त नहीं हैं। मैं यह समझ पाने में विफल रहा कि ये डॉक्टर इतना अमानवीय व्यवहार कैसे करते हैं। मैं राज्य सरकार से आग्रह करूंगा कि वे यह सुनिश्चित करें कि विरोध प्रदर्शन कर रहे इन जूनियर डॉक्टरों को उनकी अंतिम परीक्षा में बैठने की अनुमति न दी जाए।"

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सीएम ने की इस्तीफे की पेशकश

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को लोगों की खातिर इस्तीफे की पेशकश की। उन्होंने कहा कि वह आरजी कर अस्पताल की उस डॉक्टर के लिए भी न्याय चाहती हैं जिसकी हत्या कर दी गई। बनर्जी ने कहा, "मैं बंगाल के लोगों से माफी मांगती हूं, जिन्हें उम्मीद थी कि आज आरजी कर गतिरोध खत्म हो जाएगा। वे (जूनियर डॉक्टर) नबान्न आए, लेकिन बैठक में शामिल नहीं हुए। मैं उनसे काम पर वापस जाने का अनुरोध करती हूं।" सीएम ने कहा, "मैं लोगों की खातिर इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं, क्योंकि पिछले तीन दिनों में मेरे सर्वोत्तम इरादों और प्रयासों के बावजूद, डॉक्टरों ने बातचीत करने से इनकार कर दिया।"

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