Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या (Ayodhya) में भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) अब आम भक्तों के लिए भी खोल दिया गया है। जैसा कि उम्मीद जताई जा रही थी, पहले ही दिन श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ रामलला के दर्शन करने पहुंची। आलम ये था प्राण प्रतिष्ठा से अगले दिन यानि मंगलवार सुबह 3 बजे से ही भक्तों लंबी कतार लग गई और सुबह 6 बजे तक, मंदिर की ओर जाने वाला राम जन्मभूमि पथ तीर्थयात्रियों से भरा हुआ था। ये सब देख तकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास (Satyendra Das) ने बहुत खुशी जताई।
उन्होंने कहा कि धर्म नगरी अयोध्या अब 'त्रेता युग' (Treta Yug) के समय में चली गई है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद, नगरी पवित्र हो गई है। त्रेता युग में जब भगवान राम वापस आए, तो अयोध्या नगरी आनंदित हो उठी है। आज त्रेता युग की झलक दिख रही है। अब इतने सारे भक्त अयोध्या आए हैं और यहां जय श्री राम के नारे गूंज रहे हैं। ऐसा लगता है कि हम त्रेता युग के समय की अयोध्या में वापस चले गए हैं।"
मुख्य पुजारी ने यह भी कहा कि दर्शन के लिए इकट्ठा हुए लोगों की भारी संख्या को देखते हुए हर कोई आज भगवान राम के दर्शन नहीं कर पाएगा। उन्होंने कहा, "आज यहां इतनी भीड़ जमा हो गई है कि हर कोई आज दर्शन नहीं कर पाएगा और कल और अगले कुछ दिनों तक यही भीड़ दिखाई देगी।"
आचार्य ने कहा कि इतनी भीड़ का कारण देशभर से शहर पहुंचे 4,000 संतों को माना जा सकता है। हर एक अपने साथ कम से कम दो से चार लोगों को लेकर आया है।
Indian Express के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि सुबह की पूजा-अर्चना के बाद मंदिर के कपाट खोलने का समय सुबह सात बजे था, लेकिन पहले ही भारी भीड़ जमा हो चुकी थी। सूत्रों ने कहा कि दर्शन के लिए द्वार खोले जाने से पहले भीड़ को काबू करने के लिए और ज्यादा फोर्स बुलानी पड़ी।
सूत्रों ने कहा कि अधिकारियों के सामने एक और समस्या यह थी कि तीर्थयात्रियों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि उन्हें बैग या मोबाइल फोन अंदर ले जाने की अनुमति नहीं है। गेट तक पहुंचने के बाद भी, कथित तौर पर कई लोगों को अपना सामान कहीं और रखने के लिए वापस लौटना पड़ा। सरयू घाट पर भी श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाते दिखे।