Ram Mandir Inauguration: 22 जनवरी को राम मंदिर (Ram Mandir) की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या (Ayodhya) में सुरक्षा (Security) कड़ी कर दी गई है। जैसे-जैसे प्रतिष्ठा समारोह नजदीक आ रहा है, ऐसी संभावना है कि देश और दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु इस अवसर के लिए पवित्र शहर में आएंगे। राम मंदिर परिसर के लिए व्यापक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, मंदिर शहर में सुरक्षा को दो जोन में बांटा गया है- रेड और येलो। जबकि राम जन्मभूमि परिसर को रेड जोन में रखा गया है।
जानकारी के मुताबिक, CRPF की 6 कंपनी, PAC की 3 कंपनी, SSF की 9 कंपनी, 300 पुलिस कर्मी, 47 फायरफाइटर, 38 NDRF कर्मी और 40 रेडियो पुलिस कर्मियों को राम मंदिर और उसके परिसर की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बम निरोधक दस्ते की दो टीमें, तोड़फोड़ रोधी दस्ते की दो टीमें और PAC की एक कमांडो यूनिट, ATS और STF की एक-एक यूनिट, NSG समेत केंद्रीय एजेंसियों की भी तैनाती की जाएगी।
येलो जोन में कनक भवन और हनुमानगढ़ी इलाके की सुरक्षा रहेगी। येलो जोन में सुरक्षा तैनाती में 34 सब-इंस्पेक्टर, 71 हेड कांस्टेबल और 312 कांस्टेबल शामिल होंगे।
अयोध्या की सुरक्षा के लिए 90 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है, जिसमें सुरक्षा उपकरणों पर खर्च होगा। पायलट प्रोजेक्ट के तहत अयोध्या में AI बेस्ड सिस्टम भी लागू किया जाएगा।
हर एक व्यक्ति पर रखी जा रही नजर
इसके अलावा रामनगरी आने वाले हर एक व्यक्ति पर निगाहें रखी जा रही हैं। 16 कैमरे भगवान राम की नगरी के एंट्री गेट से लेकर मठ, मंदिर और मुख्य मार्ग पर नजर बनाए हुए हैं, जिसके लिए बाकायदा कंट्रोल रूम बनाया गया है।
जरूरत के हिसाब से भीड़भाड़ को भी CCTV के जरिए से मॉनिटर करने के लिए सुरक्षा बलों को निर्देश भी दिया जा रहा है।
SSP आशीष नैयर ने बताया कि CCTV के जरिए नजर रखी जा रही है। अलग-अलग जगहों पर CCTV लगाए गए हैं। इसके अलावा डेली बेसिस पर जन सहयोग से भी CCTV की संख्या बढ़ाई जा रही हैं, जिससे कि हम CCTV कंट्रोल रूम से मॉनिटर कर सकें, जो भी हमारे रियल टाइम इनपुट आते हैं, हम लोग अपनी सुरक्षा कर्मियों को प्रोवाइड कराते हैं।
उन्होंने आगे कहा, "महत्वपूर्ण कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा का आंकलन करके अभी से ही ड्यूटी लगाई गई है। मुख्यालय रेंज और दूसरे जनपदों से हमें अतिरिक्त सुरक्षा बल मिले हैं। अयोध्या को सेक्टर व जोन बनाकर सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। हमारा मुख्य उद्देश्य सुचारू रूप से यातायात चलता रहे और आने वाले श्रद्धालुओं को असुविधा न हो इसका खास ध्यान रखा जा रहा है।"