Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम लला की प्रतिमा को भव्य मंदिर में विराजमान हुए एक साल पूरे होने वाले है। राम मंदिर ट्रस्ट मंदिर की पहली वर्षगांठ को ऐतिहासिक उत्सव की तरह मनाने की तैयारी कर रहा है। साल 2025 के पौष माह की द्वितीय तिथि को राम लला का पहली वर्षगांठ मनाई जाएगी, जो की इस बार पौष द्वितीय तिथि 11 जनवरी को पड़ रही है। इस दौरान मंदिर में तीन दिनों तक महोत्सव की तैयारी की गई है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य ने बताया कि तीन दिनों तक होने वाले कार्यक्रम के लिए एक टीम का गठन किया जाएगा।
10 जनवरी 2025 से भगवान के प्राण प्रतिष्ठम महोत्सव के वार्षिक उत्सव शुरू किया जाएगा, जिसमें रामचरितमानस का पाठ यज्ञ अलग-अलग तरीके के धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे। आपको बता दें इसी साल 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में राम लला विराजमान हुए थे।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने बताया," प्रभु राम की पहली वर्षगांठ को काफी धूमधाम से मनाया जाएगा, जिसकी तैयारी शुरू हो गई है। मंदिर में होने वाले तीन दिवसीय कार्यक्रम को लेकर राम मंदिर ट्रस्ट ने एक टीम का गठन करेगी जो इस पर विचार विमर्श करेगी। उन्होंने आगे कहा, मंदिर के एक वर्ष पूरे होने के बाद यह पहली वर्षगांठ होगी। हम सभी बातों पर विचार कर रहे है कि इस उत्सव में क्या नई चीज जोड़ी जा सकती है, कैसे इस कार्यक्रम को संतो के साथ और श्रद्धालुओं के साथ कैसे जोड़ा जा सकता है इन सभी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है
धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे
राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने बताया कि, राम मंदिर ट्रस्ट प्रभु राम की पहली वर्ष गांठ को द्वादशी के दिन मनाएगा। इस दौरान मंदिर में तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान भी होंगे। मंदिर में तीन दिनों में यज्ञ और वेद पाठ किया जाएगा। रामचरितमानस का पाठ होगा प्रभु राम का अभिषेक किया जाएगा
कब हुआ था मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा
आपको बता दें अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को हुई थी, ऐसे में राम लला को मंदिर में विराजमान हुए 22 जनवरी 2025 को एक साल पूरा होगा। पर राम मंदिर ट्रस्ट अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक नहीं बल्कि हिंदी कैलेंडर के मुताबिक राम मंदिर के वार्षिक महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। हिंदी कैलेंडर के अनुसार जिस दिन रामलला मंदिर में विराजमान हुए थे, उसी दिन से वार्षिक महोत्सव का आयोजन होगा।