Shimla Sanjauli Mosque Row: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली में स्थित एक मस्जिद के कथित अवैध हिस्से को गिराने की मांग कर रहे हिंदू संगठनों ने शुक्रवार (13 सितंबर) को मंडी में भारी विरोध प्रदर्शन किया। जब भीड़ ने बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की, तो पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें छोड़ीं। मंडी में शुक्रवार को तनाव तब बढ़ गया जब पुलिस ने संजौली मस्जिद विवाद को लेकर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। यह टकराव मस्जिद से संबंधित हाल के घटनाक्रमों के जवाब में हुआ, जो हिंदू-मुस्लिम विवाद का नया केंद्र बन गया है। अवैध मस्जिद की तरफ बढ़ने की कोशिश कर रहे हिंदू संगठनों पर पुलिस ने वाटर कैनन चलाई।
इस बीच, मंडी में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने शहर के जेल रोड स्थित विवादित मस्जिद के अवैध हिस्से को खुद ही ध्वस्त कर दिया। निर्माण उस जमीन पर किया गया था जो लोक निर्माण विभाग (PWD) की थी। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग और नगर निगम, दोनों ने मस्जिद प्रबंधन को नोटिस दिया था। मंडी में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा मस्जिद तोड़े जाने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। मस्जिद समिति के सदस्य इकबाल अली ने पीटीआई से कहा, "पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने हमें सूचित किया था कि मस्जिद की एक दीवार पीडब्ल्यूडी की भूमि पर है और हमें नोटिस दिया गया था। इसलिए हमने दीवार को गिराने का फैसला किया।"
संजौली में कथित अवैध मस्जिद निर्माण को गिराने की मांग को लेकर पिछले सप्ताह से ही हिमाचल के अलग-अलग हिस्सों में धरना प्रदर्शन चल रहा है। संजौली के बाद मंडी में भी अवैध मस्जिद को गिराने की मांग को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं। स्थानीय लोग भी प्रदर्शन में शामिल हो गए हैं। इस पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। हिंदू समूह एक दशक पहले मस्जिद के निर्माण के लिए दी गई शुरुआती मंजूरी पर सवाल उठा रहे हैं, जिससे तनाव बढ़ गया है।
स्थानीय निवासियों और कार्यकर्ताओं की भीड़ ने संजौली मस्जिद से संबंधित हाल के फैसलों और कार्रवाइयों का कड़ा विरोध किया। उनकी मांगें मस्जिद के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के संरक्षण पर केंद्रित थीं। मंडी शहर के जेल रोड पर स्थित मस्जिद को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने कहा है कि सारे हिमाचल प्रदेश में जहां पर भी मुस्लिम समुदाय ने सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण किया है, उन सभी को वह खुद हटाए।
सीएम बोले- अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
विरोध-प्रदर्शन के बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को कहा, "शिमला में अवैध रूप से बनी मस्जिद से जुड़ा पूरा मामला है। उसकी अतिरिक्त मंजिलों को मुस्लिम समुदाय ने खुद तोड़ने की इजाजत आयोग से मांगी है। किसी भी तरह का अवैध निर्माण, चाहे वह किसी भी धर्म का हो, उस पर हमारी सरकार कार्रवाई करने के लिए तैयार है।"
मुख्यमंत्री ने कहा, "राज्य में मौजूद सभी राजनीतिक दलों ने राज्य में संस्कृति, शांति और सद्भाव बनाए रखने में योगदान दिया है। हिमाचल प्रदेश में सभी को काम करने का अधिकार है, बशर्ते वे कानून के दायरे में रहें। हमने आज एक सर्वदलीय बैठक की और विस्तृत चर्चा की, जहां हमने सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया।"
मंडी में विरोध प्रदर्शन पर हिमाचल के सीएम मंडी में चल रहे विरोध प्रदर्शन में इस्तेमाल किए जा रहे वाटर कैनन पर सीएम ने कहा, "राज्य में हर विरोध प्रदर्शन में वाटर कैनन का इस्तेमाल किया जाता है। यह पहली बार नहीं है। यह सब विरोध प्रदर्शन का हिस्सा है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। चूंकि यह सब मीडिया में प्रसारित होता है, इसलिए लोग इस सब के साथ अपने विरोध प्रदर्शन को और भी मसालेदार बना देते हैं। मस्जिद कमेटी ने खुद नगर आयुक्त से मस्जिद की अवैध रूप से बनाई गई मंजिलों को तोड़ने की अनुमति मांगी है। यह हिमाचल प्रदेश की संस्कृति है।"
इससे पहले हिमाचल प्रदेश पुलिस ने शुक्रवार को मंडी के जेल रोड इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी। पुलिस ने पूरे इलाके में बैरिकेड लगा दिए। मंडी की SP साक्षी वर्मा के अनुसार, पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ संगठनों द्वारा एक सभा बुलाई गई है, जिसके बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई।
यह विरोध प्रदर्शन बुधवार को शहर के संजौली इलाके में एक मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के बाद हुआ। वर्मा ने कहा कि शहर भर में करीब 300 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। मंडी शहर के एंट्री गेट पर पुलिस नाके लगाए गए हैं।