देश में टेस्ला की एंट्री से ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में भारत की अपील को मिलेगा बढ़ावा : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

एफएम निर्मला सीतारमण ने नेटवर्क18 से हुई एक एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि सरकार सभी ग्लोबल कंपनियों और उद्यमियों का भारत में आने और मैन्युफैक्चरिंग करने के लिए स्वागत करती है

अपडेटेड Apr 18, 2024 पर 6:42 PM
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एफएम सीतारमण ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की भारत की महत्वाकांक्षा को आत्मनिर्भर भारत के एजेंडे के माध्यम से एक बड़ी गति मिली है, जिसके परिणामस्वरूप रक्षा निर्यात 25,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने और निर्माताओं और उद्यमियों को भारत में मैन्युफैक्चरिंग के लिए आमंत्रित करने की सरकार की प्राथमिकता दोहराई है। सीएनबीसी-आवाज़ के साथ एक विशेष बातचीत में, वित्त मंत्री ने भारत की कुशल जनशक्ति और किफायती लागत को ग्लोबल कंपनियों के लिए भारत में मैन्युफैक्चरिंग बेस स्थापित करने के लिए एक आकर्षक कारक बताया।

जब उनसे पूछा गया कि क्या एलोन मस्क की टेस्ला इंक के भारत आने से मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में भारत की अपील बढ़ेगी, तो वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा, "निश्चित रूप से। हम दुनिया भर से सभी कंपनियों और उद्यमियों का भारत में आने और मेक इन इंडिया के लिए स्वागत करते हैं, देश में मैन्युफैक्चरिंग के लिए अनूकूल महौल है। यहां के युवा कुशल हैं और यहां उत्पादन लागत काफी कम है।"

वित्त मंत्री सीतारमण ने आगे कहा, "अगर कोई बड़ी मैन्युफैक्चरिंग कंपनी भारत में उत्पादन करने में रुचि दिखाती है, तो इससे यहां के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को सकारात्मक बढ़ावा मिलता है। अगर हाई-टेक कंपनियां भारत आ रही हैं, तो इसका मतलब है कि हमारी नीतियां सही हैं और यह भारत के और विदेशों में होने वाले निर्यात दोनों के हित में है।


टेस्ला इंक के सीईओ एलन मस्क की भारत यात्रा की घोषणा के बाद कई ऑटो एंसिलरी कंपनियों के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली है। इस यात्रा को टेस्ला को भारत में लाने की दिशा में एक कदम के रूप में देखा जा रहा है।

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एफएम सीतारमण ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की भारत की महत्वाकांक्षा को आत्मनिर्भर भारत के एजेंडे के माध्यम से एक बड़ी गति मिली है, जिसके परिणामस्वरूप रक्षा निर्यात 25,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। वित्त मंत्री ने सीएनबीसी-आवाज़ को बताया कि भारत में मैन्युफैक्चरिंग पर जोर जीडीपी और भारत से होने वाले निर्यात को बढ़ाने के लिए सरकार की नीति का हिस्सा है। आत्मनिर्भर मिशन इस पहल का एक हिस्सा रहा है।

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First Published: Apr 18, 2024 6:40 PM

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