Agnipath Recruitment Scheme: केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के तहत भारतीय नौसेना में भर्ती होने अग्निवीरों में 20 प्रतिशत महिलाएं होंगी। भारतीय नौसेना ने मंगलवार को कहा कि ये भर्तियां उनकी योग्यता और मानदंडों को पूरा करने के बाद होंगी। नौसेना के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि 'अग्निपथ' योजना के अंतर्गत पहले बैच में 20% उम्मीदवार महिलाएं होंगी।
अधिकारी ने कहा कि उन्हें नौसेना की विभिन्न ब्रांच में भेजा जाएगा। भारतीय नौसेना ने 1 जुलाई को अग्निपथ योजना के तहत उम्मीदवारों का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया था। सरकारी अधिकारियों ने एएनआई को बताया कि रविवार तक लगभग 10,000 महिला उम्मीदवारों ने पहले ही इस योजना के तहत अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है।
अधिकारी ने कहा कि अग्निपथ योजना भारतीय नौसेना के लिए जेंडर न्यूट्रल है। इसमें शामिल होने वाली महिला नाविकों के ट्रेनिंग के संबंध में आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। भारतीय नौसेना 15 जुलाई से 30 जुलाई तक ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए तैयार है।
3000 ‘अग्निवीरों’ की भर्ती करेगी नौसेना
एक नौसेना अधिकारी ने कहा कि योजना नई है और हमें खुद को इसके अनुकूल बनाना होगा। नौसेना पहले वर्ष में 3,000 अग्निवीरों की भर्ती करने जा रही है। इसके अलावा वायु सेना 3,500 की भर्ती करेगी, जबकि सेना 40,000 की भर्ती करेगी। यह पहले साल की संख्या है। अधिकारी ने उम्मीद जताई कि कार्मिकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
इस बीच, भारतीय वायुसेना को रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होने के हफ्ते भर के अंदर अग्निपथ भर्ती योजना के तहत 2.72 लाख आवेदन मिल चुके हैं। वायुसेना में भर्ती प्रक्रिया 24 जून को शुरू हुई थी। वायुसेना में रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख आज यानी 5 जुलाई, 2022 है।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की घोषणा की है। इसके तहत सैनिकों की भर्ती 4 साल की लघु अवधि के लिए कॉन्ट्रैक्ट आधार पर की जाएगी। उनमें से 25 फीसद को बाद में नियमिति सेवा में रख लिया जाएगा।
योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 साल के बीच होगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा। कई बीजेपी शासित राज्यों ने घोषणा की है कि अग्निपथ योजना के तहत सशस्त्र बलों में भर्ती होने वाले अग्निवीरों को चार साल के बाद राज्य पुलिस की नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी।
सशस्त्र बलों ने स्पष्ट कर दिया है कि अग्निपथ योजना के विरूद्ध हिंसक प्रदर्शन या आगजनी में शामिल युवाओं की भर्ती नहीं की जाएगी। ‘अग्निवीर’ सैनिकों के रिटायरमेंट होने के बाद उन्हें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और असम राइफल्स में भर्तियों में प्राथमिकताएं दी जाएंगी।