Amar Jawan Jyoti: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इंडिया गेट (India Gate) पर पिछले 50 साल से जल रही अमर जवान ज्योति (Amar Jawan Jyoti) का आज यानी शुक्रवार को नेशनल वॉर मेमोरियल (National War Memorial) पर जल रही लौ में विलय कर दिया जाएगा। सेना के अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि अब यह ज्योति इंडिया गेट की जगह नेशनल वॉर मेमोरियल पर प्रज्जवलित होगी। शुक्रवार दोपहर करीब 3.30 बजे इसकी लौ को वॉर मेमोरियल की ज्योति में मिला दिया जाएगा।
अमर जवान ज्योति की स्थापना उन भारतीय सैनिकों की याद में की गई थी जोकि 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए थे। इस युद्ध में भारत की विजय हुई थी और बांग्लादेश का गठन हुआ था। उस समय के तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 26 जनवरी 1972 को इसका उद्घाटन किया था।
अधिकारियों ने बताया कि अमर जवान ज्योति का शुक्रवार दोपहर को नेशनल वॉर मेमोरियल पर जल रही लौ में विलय किया जाएगा, जोकि इंडिया गेट के दूसरी तरफ केवल 400 मीटर की दूरी पर स्थित है। वहां एक समारोह के दौरान दोनों लौ को आपस में मिला दिया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, समारोह की अध्यक्षता एयर मार्शल बलभद्र राधा कृष्ण करेंगे।
अमर जवान ज्योति एक काले मार्बल का फलक है जिसके चारों तरफ स्वर्णाक्षरों में 'अमर जवान' लिखा हुआ। वहीं, इसके ऊपर एक L1A1 सेल्फ लोडिंग राइफल रखी है और उसपर एक सैनिक का हेलमेट किसी मुकुट की तरह रखा गया है।
इस फलक के चारों तरफ कलश रखे हुए हैं, जिनमें से एक में ज्योति साल 1971 से लगातार जली आ रही है। यूं तो चारों कलशों में ज्योति जलती है, लेकिन पूरे साल भर चार में से एक ही ज्योति चलती रहती है।
सेना के सूत्रों का यह भी कहना है कि नेशनल वॉर मेमोरियल में सारे शहीदों के नाम हैं, शहीदों के परिवार के लोग यहीं आते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 फरवरी 2019 को नेशनल वॉर मेमोरियल का उद्घाटन किया था, जहां 25,942 सैनिकों के नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखे गए हैं।