Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में इस महीने 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कारण पूरी अयोध्या नगरी को फूलों से सजाई गई है। प्रतिष्ठा के दिन से पहले, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य भर के प्रमुख मंदिरों में रामायण और हनुमान चालीसा का पाठ करने की योजना बनाई है। यह अभियान 14 जनवरी 2024 से शुरू होकर 22 जनवरी तक चलेगा। पीएम मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर को लेकर देश भर में उत्साह का जिक्र करते हुए लोगों से आग्रह किया है कि वे इससे संबंधित भजन जैसी अपनी रचनाओं को सोशल मीडिया पर हैशटैग #SRIRAMBHAJAN के साथ शेयर करें।
रामलला की 'प्राण प्रतिष्ठा' को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस (Congress) नेता उदित राज (Udit Raj) के राम मंदिर को लेकर दिए एक विवादित बयान से सियासी पारा हाई हो गया है। कांग्रेस नेता अपने बयान में बिना नाम लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) और पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा है। उदित राज ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "मतलब पांच सौ वर्ष बाद मनुवाद की वापसी हो रही है।" हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद अपने बयान पर उन्होंने सफाई दी है।
अपने ट्वीट पर कांग्रेस नेता उदित राज ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, "हिमंत बिस्वा सरमा (असम के सीएम) ने कहा कि शूद्रों का काम है ब्राह्मण, क्षत्रियऔर वैश्यों की सेवा करना...। हमने जब उनसे सवाल किया कि इनकी क्या मंशा है? तो डिलीट करके भाग गए.... ये लोग दलितों पिछड़ो के हक का विरोध करते हैं, नौकरियां खत्म कर दी, इनको शासन प्रशासन से बाहर कर रहे है। यहीं तो है मनुवाद।"
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी को निमंत्रण भेजा गया है। हालांकि कांग्रेसी नेता इस समारोह में 22 जनवरी को अयोध्या जाएंगे या नहीं आएंगे, इस संबंध में कांग्रेस के ओर से कोई अधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने हाल ही में कहा था कि समय आने पर इसपर फैसला लिया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने 30 दिसंबर को अयोध्या का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने वहां पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन और एक नवनिर्मित एयरपोर्ट का उद्घाटन किया। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में कई अन्य परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
पीएम मोदी ने शनिवार को अयोध्या में एक जनसभा में कहा था कि पूरी दुनिया 22 जनवरी को ऐतिहासिक राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का इंतजार कर रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दिन को 'दीपावली' के रूप में मनाने के लिए अपने घरों में दीपक जलाएं।