Bahraich violence: बहराइच में सांप्रदायिक हिंसा की आग में करोड़ों की संपत्ति स्वाहा, जानें कब और कैसे शुरू हुआ बवाल
Bahraich violence: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच जिले में दो दिन पहले हुई सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए 22 वर्षीय युवक राम गोपाल मिश्रा के परिवार के सदस्यों से मंगलवार (15 अक्टूबर) को मुलाकात करेंगे। बहराइच जिले के महसी तहसील के रेहुआ मंसूर गांव के पास महाराजगंज इलाके में रविवार (13 अक्टूबर) को भड़की सांप्रदायिक हिंसा में मिश्रा की मौत हो गई
Bahraich violence: सांप्रदायिक हिंसा के बाद एहतियात के तौर पर बहराइच जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं
Bahraich violence: उत्तर प्रदेश के बहराइच में रविवार (13 अक्टूबर) को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़कने पर 22 वर्षीय युवक राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बहराइच जिले के महसी तहसील के रेहुआ मंसूर गांव के पास महाराजगंज इलाके में पथराव और गोलीबारी में लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे। एहतियात के तौर पर बहराइच जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। युवक की हत्या के बाद भड़की हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने 50 से अधिक घरों, दुकानों, वाहन शोरूम और एक अस्पताल में तोड़फोड़ की गई।
उपद्रवियों ने लोगों की संपत्ति को भी आग के हवाले कर दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, इस आगजनी में करीब दो करोड़ की संपति जलकर राख होने की आशंका जताई जा रही है। हिंसा से पूरे जिले में दहशत का माहौल है। फिलहाल, स्थित काबू में है। पुलिस की गाड़ियां इलाके में लगातार घूम रही हैं। दैनिक जागरण के मुताबिक, मवापुर चौराहे के पास प्रदर्शनकारी भीड़ ने दो वाहनों को आग लगा दिया।
घटना की कवरेज कर रहे एक पत्रकार को उपद्रवियों ने पीट दिया। महराजगंज इलाके में एक प्राइवटे अस्पताल, एक बाइक शोरूम, दुकान, ई वाहन समेत अन्य स्थानों पर उपद्रवियों ने आगजनी की। उपद्रवियों ने सधुवापुर गांव में मकानस दुकान, ट्रैक्टर, बाइक और ग्रामीणों की संपत्ति को आग के हवाले कर दिया। नौतला गांव में भी जमकर तोड़फोड़ किया गया।
युवक के परिवार से मिलेंगे सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच जिले में दो दिन पहले हुई सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए 22 वर्षीय युवक के परिवार के सदस्यों से मंगलवार को मुलाकात करेंगे। महसी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक सुरेश्वर सिंह ने यह जानकारी दी। बहराइच जिले के महसी तहसील के रेहुआ मंसूर गांव के पास महाराजगंज इलाके में रविवार को भड़की सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए युवक राम गोपाल मिश्रा के परिवार के सदस्य मंगलवार को दोपहर में राज्य की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे।
सिंह ने बताया, "उन्होंने (मिश्रा के परिवार ने) मुख्यमंत्री से न्याय की मांग की है। इसके अलावा, मुझे नहीं पता कि वे मुख्यमंत्री से क्या मांगेंगे। लेकिन, यह तय है कि उन्हें उम्मीद से ज्यादा मिलेगा।" उन्होंने कहा कि राम गोपाल मिश्रा की पत्नी रोली मिश्रा, उनके पिता कैलाशनाथ मिश्रा, माता मुन्नी देवी और चचेरे भाई किशन मिश्रा के मुख्यमंत्री से मिलने की संभावना है।
लखनऊ रवाना होने से पहले मिश्रा के परिवार के सदस्यों ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से न्याय की मांग करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किशन ने ही घायल राम गोपाल मिश्रा को घटनास्थल से बाहर निकाला था। इस बीच, रोली मिश्रा ने पीटीआई से कहा, "जिस तरह से उसने मेरे पति की हत्या की है, उसे भी उसी तरह से सजा मिलनी चाहिए।" इस बीच, अपर मुख्य सचिव (गृह) दीपक कुमार ने मंगलवार को पीटीआई से कहा, "स्थिति नियंत्रण में है।"
बहराइच में रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़कने पर 22 वर्षीय युवक राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और पथराव और गोलीबारी में लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे। सोमवार को परिवार और अन्य लोगों की ओर से न्याय की गुहार के बीच बड़ी संख्या में लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए, जिनमें से कुछ के पास लाठी-डंडे भी थे। हिंसा के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया था, दुकानें जला दी गई थीं और गुस्साई भीड़ सड़कों पर उतर आई थी। मिश्रा का अंतिम संस्कार भारी सुरक्षा के बीच किया गया।
बहराइच हिंसा की पूरी टाइमलाइन
- 13 अक्टूबर को शाम 4.30 बजे दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान शुरू हुआ विवाद।
- 4.45 बजे 22 वर्षीय युवक राम गोपाल मिश्रा छत पर चढ़ा।
- 4.50 बजे समुदाय विशेष के लोग युवक को छत से खींचकर ले गए और कथित तौर पर गोली मार दी।
- 6.35 बजे राम गोपाल मिश्रा को मृत घोषित किया गया।
- 6.45 बजे मेडिकल कालेज के सामने शव रखकर शुरू हुआ प्रदर्शन।
- 6.50 बजे युवक की मौत की जानकारी लोगों को मिली, जिसके बाद हिंसा शुरू हो गया।
- शाम 7.00 बजे एसपी भारी सुरक्षा बल के साथ मौके पर पहुंचीं।
- अगले दिन 8.00 बजे सोमवार को शव गांव लाया गया।
- 10.30 बजे परिजन एवं ग्रामीण शव लेकर तहसील परिसर पहुंचे और गेट पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू किया।
- इसके बाद पूरे दिन आगजनी और तोड़फोड़ हुई। फिलहाल, स्थिति काबू में है।