दिल्ली में कोरोना संक्रमण लगातार लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सोमवार को दिल्ली में कोरोना से संक्रमित होने की दर में भारी उछाल देखने को मिला है। पिछले एक हफ्ते में संक्रमण दर बढ़ने के साथ अस्पतालों में भर्ती हुए मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली में पिछले 13 दिनों में कोविड के 34 नए मरीज भर्ती हुए हैं। जबकि, नौ दिनों में वेंटिलेटर पर भी मरीजों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है। फिलहाल, दिल्ली के अस्पतालों में 12 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। हालांकि, अभी हालात ज्यादा बिगड़े नहीं हैं।
दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 7.06 फीसदी हो गई है। जबकि एक दिन पहले पॉजिटिविटी रेट 4 फीसदी से ऊपर थी। लोगों को संक्रमित करने की दर चिंताजनक है। हैरानी की बात यह है कि एक दिन में 8700 कोविड टेस्ट होने के बावजूद यह उछाले देखने को मिला है।
अगर लहर आई तो बहुत हल्की होगी
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस बार अगर कोविड की लहर आई, तो बहुत हल्की होगी। 10 से 15 दिन तक ही लहर का असर होगा। लगता नहीं है कि ज्यादा मरीज अस्पताल में भर्ती होंगे। अगर कोई मरीज अस्पताल में भर्ती होता है, तो इसकी वजह सिर्फ कोविड नहीं होगी। दूसरे बीमारी होने की वजह से कोविड संक्रमण व्यक्ति की हालत नाजुक हो सकती है। जैसे कि किसी मरीज को टीबी, कैंसर, डायबिटीज या अन्य बीमारी हो, तब उन्हें दिक्कत हो सकती है।
होम आइसोलेशन के मरीज भी बढ़े
पिछले 13 दिनों में होम आइसोलेशन के मरीजों की संख्या में 1165 से बढ़कर 1613 हो गई है। 31 मई तक 1165 लोग होम आइसोलेशन में थे। जबकि, 12 जून तक 400 से ज्यादा मरीज होम आइसोलेशन में हैं। एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि इस बार मामूली लक्षण देखने को मिल रहे हैं। लिहाजा डरने की कोई जरूरत नहीं है। कोरोना के प्रति जागरूक होना बेहद जरूरी है।
दिल्ली में एक दिन में 614 नए मामले आए सामने
देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को 614 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान किसी भी कोरोना संक्रमित मरीज की मौत नहीं हुई है। वहीं एक दिन में 495 मरीज ठीक हुए हैं। दिल्ली में अभी भी 2561 ऐक्टिव मामले हैं। जबकि 122 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। फिलहाल दिल्ली में अभी भी कोविड अस्पतालों में 98 फीसदी बेड खाली हैं। वहीं, कोविड हेल्थ सेंटर में एक भी मरीज भर्ती नहीं हैं।