देश भर में कल (31 अक्टूबर 2024) की रात लोग दिवाली के जश्न में डूबे हुए थे। इस बीच दिल्ली में दिवाली मनाने वाले लोग भूल गए कि इससे प्रदूषण का क्या हाल होगा? राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स करीब 400 के आसापस नजर आया। राजधानी में हर कोने में पूरी रात पटाखे की आवाज गूंजती रही। लाख सख्ती के बवाजूद दिवाली में जमकर पटाखे जलाए गए। दिल्ली की आबो हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई। दिल्ली में आज (1 नवंबर 2024) AQI 361 दर्ज किया गया है। वहीं कल 328 दर्ज किया गया था। यह कल के मुकाबले आज बहुत ज्यादा है।
दिल्ली में लोग गुरुवार की सुबह जब जगे, तो आसमान में धुंध की मोटी चादर छाई देखी। राष्ट्रीय राजधानी के आनंद विहार में हवा सबसे अधिक प्रदूषित रही। एक्यूआई 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज किया गया। शहर का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक शाम चार बजे 328 दर्ज किया। वहीं बुधवार को 307 था, जब छोटी दिवाली मनाई गई थी।
दिल्ली में सुबह 6 बजे तक का AQI
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, सुबह 6 बजे तक दिल्ली के कई इलाकों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का स्तर बेहद खराब रहा है। अलीपुर में 350, आनंद विहार में 396, अशोक विहार में 384, आया नगर में 352, बवाना में 388, चांदनी चौक 336. दिलशाद गार्डन 257, नॉर्थ कैंपस 390, पंजाबी बाग में 391, सोनिया विहार 392, अरबिंदो मार्ग 312, नजफगढ़ 329, नरेला में 288, जवाहरलाल नेहरू 340, लोधी रोड 352 द्वारका 349, बुराड़ी क्रॉसिंग 394 और आईजीआई.एयरपोर्ट में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 375 दर्ज किया गया। इसके साथ ही यमुना नदी की सतह पर जहरीली झाग की परत देखी गई।
साल 2023 में दिल्ली में हवा का हाल
वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2023 में दिवाली के दिन आसमान साफ था। धूप खिली रही थी। एक्यूआई 218 दर्ज किया गया था जबकि साल 2022 में 312, साल 2021 में 382, साल 2020 में 414, साल 2019 में 337, साल 2018 में 281, साल 2017 में 319 और साल 2016 में 431 एक्यूआई दर्ज किया गया था।
दिल्ली से सटे नोएडा में AQI 281, ग्रेटर नोएडा में 251, गुरुग्राम में 300 और गाजियाबाद में 265 दर्ज किया गया। नोएडा एक्सटेंशन में AQI 325 के पार पहुंच गया। वहीं, नोएडा के सेक्टर 62 मे ये 355 के पार दर्ज किया गया। धुंध की वजह से सड़को पर विजिबिलिटी 500 मीटर के आस पास दर्ज की गई। पिछले 24 घंटे में दिल्ली-NCR के प्रदूषण में बढ़ोतरी हुई है। इसमें पटाखे जालना और पराली जलाना बताया जा रहा है।