Diabetes: देश में डायबिटीज के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में बहुत से लोग इस कंट्रोल करने के लिए कई तरह उपाय कर रहे हैं। कुछ लोग दवाइयों के सहारे हैं। वहीं कुछ आयुर्वेदिक दवाओं का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। सदाबहार के जरिए आप ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं। इसकी पत्तियां डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। सदाबहार के फूल 12 महीने खिलते हैं। इसलिए इसे सदाबहार फूल कहा जाता है। सदाबहार फूल औषधीय गुणों का खजाना है। सदाबहार की हर चीज में मेडिसीनल गुण है। सदाबहार फूल को कैथरैंथस रोसियस (Catharanthus roseus) भी कहा जाता है।
सदाबहार की जड़ और पत्तियां डायबिटीज के लिए बेहद फायदेमंद हैं। वहीं इस पौधे के फूल से वात्त दोष को दूर किया जाता है। आयुर्वेद में सदियों से सदाबहार से डायबिटीज का इलाज किया जाता है। इतना ही नहीं सदाबहार फूल में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है। जिसके कारण यह जोड़ों का दर्द सहित इंफ्लामेशन वाले कई दर्द को दूर करता है। R. V. आयुर्वेद अस्पताल मुंबई के डॉक्टर अव्हाड गोरक्षनाथ का कहना है कि सदाबहार की पत्तियों को सेवन करने से बढ़े हुए ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है।
सदाबहार से डायबिटीज सदैव के लिए छुट्टी
डायबिटीज के मरीज सदाबहार की पत्तियों का सेवन कर सकते हैं। इन पत्तियों में एल्कलॉइड गुण पाया जाता है। जिससे शुगर लेवल (blood sugar) को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इनकी पत्तियों को चबा चबाकर खा सकते हैं। वहीं इसकी पत्तियों और फूलों का जूस बनाकर (sadabahar juice) पिएं। हालांकि यह स्वाद में थोड़ा कड़वा होगा तो आप इसे किसी अन्य जूस में मिलाकर पी सकते हैं। लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करें। इसके अलावा आप फूल और पत्तियों को उबालकर भी सेवन कर सकते हैं। इससे भी ब्लड शुगर (blood sugar) का लेवल कंट्रोल में आ जाएगा। इन सब के अलावा आप सदाबहार के फूलों और पत्तियों का पाउडर बनाकर भी सेवन कर सकते हैं।
सदाबहार लंबे समय से आयुर्वेद और चीनी दवाओं में इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसे डायबिटीज, मलेरिया, गले में खराश और ल्यूकेमिया जैसी स्थितियों को मैनेज करने में भी प्रयोग किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि सदाबहार में एंटीकैंसर गुण भी होते हैं, जो कैंसर सेल्स को शरीर में पैदा होने से रोकने का काम करते हैं।
डिस्क्लेमर – घरेलू उपचार डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं। लेकिन यह तय दवाइयां या बैलेंस लाइफ स्टाइल का विकल्प नहीं है। नए उपचार शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।