EY India Row: पुणे की एक युवती की मां ने अर्न्स्ट एंड यंग इंडिया (Ernst & Young India) के चेयरमैन को एक दिल दहला देने वाला पत्र लिखा है। पत्र में दावा किया गया है कि उनकी बेटी कंपनी में शामिल होने के चार महीने बाद ही वर्कलोड यानी अधिक काम के कारण मर गई। आरोप है कि कंपनी से कोई भी उसके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ। सोशल मीडिया कंपनी की जमकर आलोचना की जा रही है। आलोचनाओं के बाद अर्न्स्ट एंड यंग (EY) ने अपने 26 वर्षीय पुणे कर्मचारी की दुखद मौत के बाद एक बयान जारी किया है। मृतक अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल केरल की एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) थी।
अकाउंटिंग फर्म ने कहा कि अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल S R Batliboi में ऑडिट टीम का हिस्सा थी। कंपनी ने युवा कर्मचारी की 'अपूरणीय क्षति' पर गहरा दुख व्यक्त किया। कंपनी ने दावा किया कि उन्होंने इस दुखद समय में परिवार की सहायता की।
कंपनी ने एक बयान में कहा, "हालांकि कोई भी मदद परिवार द्वारा अनुभव किए गए नुकसान की भरपाई नहीं कर सकता है। लेकिन हमने हमेशा की तरह संकट के समय में सभी सहायता प्रदान की है और ऐसा करना जारी रखेंगे। जुलाई 2024 में अन्ना सेबेस्टियन के दुखद और असामयिक निधन से हमें गहरा दुख हुआ है। हमारी गहरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं।"
कंपनी ने कहा कि उनके युवा कर्मचारी का निधन "सभी के लिए अपूरणीय क्षति" है। अन्ना पुणे में EY ग्लोबल की सदस्य फर्म SR बटलीबोई में ऑडिट टीम का हिस्सा थीं। वह 18 मार्च 2024 को फर्म में शामिल हुईं। उनके होनहार करियर का इस दुखद तरीके से समाप्त हो जाना हम सभी के लिए एक अपूरणीय क्षति है।"
लंदन में मुख्यालय वाली कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए वर्कप्लेस को बेहतर बनाने और प्रदान करने के लिए बदलावों का संकेत दिया। कपनी ने कहा, "हम परिवार के लेटर को अत्यंत गंभीरता और विनम्रता के साथ ले रहे हैं। हम सभी कर्मचारियों की भलाई को सर्वोच्च महत्व देते हैं। भारत में EY सदस्य फर्मों में हमारे 100,000 लोगों के लिए हेल्थी वर्कप्लेस को बेहतर बनाने और प्रदान करने के तरीके खोजना जारी रखेंगे।"
अपनी बेटी की दुखद मौत के बाद अनीता ऑगस्टाइन ने EY इंडिया के प्रमुख राजीव मेमानी को एक ईमेल लिखा। अपने पत्र में उन्होंने फर्म की आलोचना की। उन्होंने कहा कि "अधिक काम का महिमामंडन" किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कैसे कंपनी के मानवाधिकार मूल्य उनकी बेटी के सामने आई वास्तविकता के बिल्कुल विपरीत हैं।
उनकी मां ने दावा किया कि चूंकि कई "कर्मचारियों ने अत्यधिक कार्यभार के कारण इस्तीफा दे दिया," इसलिए उनकी बेटी के बॉस ने उनसे कहा कि "वे यहीं रहें और टीम के बारे में सभी की राय बदलें"। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी बेटी "देर रात तक और यहां तक कि वीकेंड पर भी" काम करती थी।
ऑगस्टाइन ने ईमेल में बताया, "एक बार उनके असिस्टेंट मैनेजर ने उन्हें रात में एक कार्य के लिए बुलाया जिसे अगली सुबह तक पूरा करने की आवश्यकता थी। इससे उन्हें आराम करने या ठीक होने के लिए बिल्कुल भी समय नहीं मिला। जब उन्होंने अपनी चिंताएं व्यक्त कीं, तो उन्हें यह खारिज करने वाला जवाब मिला, 'आप रात में काम कर सकते हैं। हम सभी यही करते हैं।'
शोकाकुल मां ने कहा कि उनकी बेटी की मौत कंपनी के लिए एक चेतावनी होनी चाहिए। उन्होंने कहा, "यह समय है कि आप अपने संगठन के भीतर कार्य संस्कृति पर विचार करें और अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देने के लिए सार्थक कदम उठाएं।"