Mahakumbh 2025 : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ जारी है। इस महाकुंभ में अब तक 50 करोड़ से ज्यादा लोगों संगम में डुबकी लगा लिया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सोमवार को राष्ट्रीय हरित अधिकरण यानी NGT को अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसमें बताया गया है कि महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में फेकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ी है, नदी में प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हुई है। वहीं राजधानी दिल्ली में कुंभ में स्नान कर लौट रहे लोग बीमार भी पड़ रहे हैं। कुंभ से लौटे कई लोग इलाज के लिए अस्पताल तक का रुख करना पड़ रहा है।
प्रयागराज में गंगा में फेकल बैक्टीरिया के बारे में इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसल्टेंट ने कहा, "हम निश्चित रूप से कुंभ से वापस आने वाले लोगों में कुछ मेडिकल समस्याओं के साथ देख रहे हैं। जाहिर है कि ऐसी जगह पर जहां बहुत से लोग पानी में डुबकी लगाते हैं, कुछ बीमारियां होने की गुंजाइश रहती है। हांलाकि कुंभ जा रहे लोगों की तुलना कर तो डॉक्टरों के पास आने वाले मरीजों की संख्या काफी कम है।"
कुंभ में स्नान करके आए कुछ लोग निश्चित रूप से गैस्ट्रोएंटेराइटिस जैसी बीमारी के साथ आ रहे हैं, जिसमें उन्हें दस्त-उल्टी और ऐसी ही अन्य समस्याएं हो रही हैं। कुछ लोगों को वायरल फीवर भी है। बहुत से लोग को सांस लेने में इंफेक्शन, आम तौर पर होने वाली बीमारियां खांसी और सर्दी से परेशान है। ठंड के समय में अगर आप खुले स्थान पर नहाते हैं तो सर्दी-खांसी होना आम बात है।
इन सब बीमारियों से बचाव के लिए उन्होंने बताया कि, 'लोगों को अपने साथ पीने का पानी खुद ही कुछ लेकर चलना चाहिए या उन्हें किसी अच्छी जगह से पानी पीना चाहिए। दूसरी बात यह है कि स्वस्थ जगह से खाना खाएं और कच्चे भोजन के बजाय पका हुआ खाना खाएं। मास्क पहनें और लोगों को दूरी बनाए रखने की कोशिश करें। वहीं नदी में डुबकी लगाते समय पानी न पिएं।'