Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी का त्योहार हर साल बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दौरान मंदिर से लेकर घरों और मोहल्लों में गजानन विराजमान किए जाते हैं। गणेश चतुर्थी पर पूरा माहौल गणपति की भक्ति में डूब जाता है। इस साल गणेश चतुर्थी की शुरुआत 19 सितंबर से होगी। इसका समापन अनंत चतुर्दशी के दिन 28 सितंबर को होगा। गणेश उत्सव को भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गणपति उत्सव की शुरुआत कैसी हुई। सबसे पहले किसने गणेशोत्सव की शुरुआत की और इसके पीछे क्या कारण था। जानते हैं गणेश उत्सव के इतिहास के बारे में जानते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि गणेश उत्सव की शुरुआत 1893 में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने महाराष्ट्र में की थी। उस वक्त देश में आजादी की लड़ाई चल रही थी। ऐसे में तिलक ने गणेश उत्सव के नाम पर लोगों में एकता और राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत करने के मकसद से गणेश उत्सव मनाते थे।
दरअसल, 1892 में अंग्रेज एक नियम के तहत भारतीयों को एक जगह इकट्ठा नहीं होने देते थे। तिलक ने सोचा कि इस त्योहार के जरिए भारतीयों को एक जगह इकट्ठा किया जा सकता है और इसके जरिए उनमें संस्कृति के प्रति सम्मान और राष्ट्रवाद की भावना जगाई जा सकती है। इसके बाद लोक मान्य बाल गंगाधर तिलक ने 1893 में केशवजी नाइक चॉल सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल की नींव रखी। इस मंडल (समिति-कमेटी) की कोशिशों से ही पहली बार विशाल गणपति प्रतिमा के साथ गणेश उत्सव मनाया जाने लगा। स उत्सव के मंच से तरह-तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। मराठी लोकगीत पोवाडे के सुर में देश से लगाव की कथा गाई जाने लगी। देशप्रेम के भाषण होने लगे। इन्हें सुनने के लिए हर साल झुंड के झुंड लोग गणेश उत्सव के मैदान में पहुंचने लगे।
छत्रपति शिवाजी के दौर में भी मनाते थे गणेशोत्सव
वहीं कुछ इतिहासकारों का ये भी मानना है कि सन 1630–1680 में शिवाजी ने इस त्योहार को सबसे पहले पुणे में मनाना शुरू किया था। 18वीं सदी में पेशवा भी गणेशभक्त थे तो उन्होंने भी सार्वजनिक रूप से भाद्रपद के महीने में गणेशोत्सव मनाना शुरू किया था। लेकिन ब्रिटिश राज जब आया तब गणेशोत्सव के लिए जो भी पैसा मिलता था। वो बंद हो गया। इसकी वजह से गणेशोत्सव कुछ समय के लिए रोकना पड़ा। इसके बाद स्वतंत्रता सेनानी बालगंगाधर तिलक ने इसको महोत्सव को फिर से शुरू करने का फैसला किया।
इस साल जानिए कब है गणेश चतुर्थी
पंचांग और हिंदू धार्मिक कथाओं के अनुसार, भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को हुआ था। आमतौर पर यह तिथि ग्रेगोरियन कैलेंडर में अगस्त-सितंबर के बीच पड़ती है। इस साल गणेश चतुर्थी का पर्व मंगलवार 19 सितंबर 2023 को शुरू होगा। वहीं दसवें दिन 28 सितंबर को गणपति की मूर्ति विसर्जन की जाएगी।