गुजरात में अत्यधिक भारी बारिश की वजह से कई जिलों में हाहाकार मच गया है। सौराष्ट्र के कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं। पिछले कई दिनों से भारी बारिश की वजह हालात बदतर हो गए हैं। तीन दिन से बारिश का कहर जारी है। अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है। दिनों दिन मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। कहा जा रहा है कि करीब 40000 से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं। आज (29 अगस्त 2024) चौथे दिन भी बारिश का कहर जारी है। मौसम विभाग ने सूबे के 11 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।
भारी बारिश की वजह से 17,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचा दिया गया है। गुजरात का वडोदरा शहर बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां के कुछ क्षेत्र 10-12 फीट तक पानी में डूबे हुए हैं। यहां सड़कें इमारतें और वाहन पानी में डूब गए हैं। मोरबी में एक पुल को पार करते समय एक ट्रैक्टर ट्रॉली बह गया। उसमें सवार लोग लोग लापता हो गए। बाद में उनके शव बरामद किए गए हैं। NDRF और SDRF की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
गुजरात के 11 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने गुजरात के 11 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं 22 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। IMD ने जिन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है, उनमें कच्छ, द्वारका, जामनगर, मोरबी, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़, राजकोट, बोटाद, गिरसोमनाथ, अमरेली और भावनगर शामिल हैं। वहीं, नॉर्थ गुजरात, साउथ गुजरात और सेंट्रल गुजरात में येलो अलर्ट जारी किया गया है। बुधवार को द्वारका, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर जैसे जिलों में 50 से 200 मिलीमीटर तक बारिश हुई। देवभूमि द्वारका जिले के भानवद में 185 मिलीमीटर बारिश हुई, जो राज्य में सबसे अधिक है। सौराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में आज भी भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
पीएम मोदी ने की सीएम भूपेंद्र पटेल से बात
इस बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से फोन पर बातचीत करके स्थिति का जायजा लिया। इस संकट से निपटने के लिए राज्य को केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। सीएम पटेल ने लोगों को बचाने के लिए सेनी कई टीमें तैनात की हैं। लोगों का लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है। उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। वडोदरा में अब तक 5000 से अधिक लोगों को निकाला गया और 1200 अन्य लोगों को बचाया गया है।