जब पुलिस ने साणंद के एक व्यापारी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में अहमदाबाद के वेजलपुर से एक यूट्यूबर और जादू-टोना करने वाले डॉक्टर को गिरफ्तार किया, तो उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि उनके हत्थे कोई मामूली अपराधी नहीं बल्कि सीरियल किलर चढ़ गया है। आरोपी नवलसिंह चावड़ा ने 2023 में सुरेंद्रनगर में तीन लोगों की और 2021 में अहमदाबाद में एक और व्यक्ति की हत्या की थी। इन सभी हत्याओं के पीछे का कारण लालच था।
वेजलपुर के अक्षरधाम सोसाइटी में रहने वाले चावड़ा को ठीक ऐसे समय में पकड़ा गया, जब वो मंगलवार रात को अपने अगले शिकार को मारने की प्लानिंग को अंजाम दे रहा था। उसके पहले पीड़ितों में से एक के भाई जिगर ने पुलिस को सूचना दी और चावड़ा पकड़ा गया।
ऐसे देता था घटना को अंजाम
पुलिस के अनुसार, चावड़ा ने जिगर के साथ अपनी जल्दी अमीर बनने की योजना शेयर की थी, जिसमें बताया गया था कि कैसे उसने 29 साल के बिजनेसमैन अभिजीतसिंह राजपूत को साणंद से मुमतपुरा ले जाकर तांत्र मंत्र की आड़ में उसे मारने की योजना बनाई थी।
चावड़ा, जो एक देवी का 'भुव' (आध्यात्मिक उपचारक) होने का दावा करता है, अपने शिकारों को अनुष्ठानों के वादे के साथ लुभाता था, जिससे उनका पैसा कई गुना बढ़ सकता था। उसके निशाने पर अक्सर दोस्त और रिश्तेदार होते थे। एक बार जब वह उस पर भरोसा कर लेते थे, तो वह उन्हें जहर दे देता था।
वह अपने साथ एक जहरीला पाउडर रखता था, जिसे वह पानी में मिलाकर इन तथाकथित अनुष्ठानों के दौरान अपने पीड़ितों को देता था। इस पाउडर से पीड़ितों को दिल का दौरा पड़ सकता है या उसे लेना वाला बेहोश हो सकता है।
पुलिस पुराने मामलों को भी खोल रही है
इस ताजा मामले में, चावड़ा ने कथित तौर पर एक दूर के रिश्तेदार और साणंद के नवापुरा में परम ग्रीन बंगलों के निवासी राजपूत को लालच दिया था। उसने राजपूत को जहर देने और उसके पैसे चुराने की योजना बनाई, जैसा कि उसने पहले के चार पीड़ितों के साथ किया था।
TOI ने अहमदाबाद शहर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया, "हमें यह भी पता चला है कि 2023 में, चावड़ा ने एक परिवार के तीन सदस्यों - 50 साल के दीपेश पटाडिया, 50 साल की उनकी पत्नी पारुल और उनकी 19 साल की बेटी उत्सवी की हत्या कर दी थी और उनके शवों को दूधरेज नहर में फेंक दिया था। सुरेंद्रनगर पुलिस ने मार्च 2024 में इसे सामूहिक आत्महत्या का मामला मानते हुए आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया था।"
पुलिस अब 2021 और 2023 दोनों मामलों को फिर से खोल रही है।
एक अदालत ने चावड़ा को उसकी कथित तंत्र-मंत्र प्रथाओं और मानव बलि में शामिल होने की आगे की जांच की जरूरत का हवाला देते हुए सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।