Uday Kotak Journey: निजी सेक्टर के दिग्गज बैंक Kotak Mahindra Bank के एमडी और सीईओ उदय कोटक (Uday Kotak) ने पिछले हफ्ते शनिवार 2 सितंबर को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। 1985 में उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर कोटक महिंद्रा बैंक को शुरू किया था और इस तरह से उन्होंने 38 साल तक बैंक को अपनी शह में मजबूत किया है। 26 वर्षीय उदय कोटक ने इस बैंक को महज 13 एंप्लॉयीज के साथ मिलकर 300 स्क्वॉयर फीट के ऑफिस में शुरू किया था। अब यह देश का तीसरा सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक बन चुका है। इस बैंक को 60 लाख की शुरुआती पूंजी से शुरू किया गया था।
बैंकिंग से पहले पारिवारिक बिजनेस में आजमाया था हाथ
उदय कोटक का जन्म मुंबई में हुआ था और उनका परिवार कॉटन के कारोबार में था। उन्होंने अपने पारिवारिक बिजनेस में अपना हाथ आजमाने की कोशिश की थी लेकिन जल्द ही उन्हें महसूस हो गया था कि यह जगह उनके लिए नहीं है। ऐसे में एमबीए के दौरान ही उन्होंने परिवार के बिजनेस से अलग अपना खुद का कारोबार शुरू करने का फैसला किया। फिर उन्होंने एक स्मॉल फाइनेंस बैंक शुरू किया।
उदय कोटक ने कोटक कैपिटल मैनेजमेंट फाइनेंस (Kotak Capital Management) को 60 लाख रुपये की पूंजी से 1985 में शुरू किया था। उदय कोटक और महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा अच्छे दोस्त थे। आनंद महिंद्रा ने कोटक कैपिटल मैनेजमेंट में पैसे लगाए थे। इसके बाद बाद कंपनी का नाम बदलकर कोटक महिंद्रा फाइनेंस लिमिटेड (Kotak Mahindra Finance Limited) कर दिया गया।
उदय कोटक ने अपने खुद के बिजनेस की शुरुआत के बाद अपना पोर्टफोलियो स्टॉक ब्रोकिंग, इनवेस्टमेंट बैंकिंग, इंश्योरेंस और म्यूचुअल फंड्स में भी फैला दिया। 1998 में कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी के जरिए उदय कोटक ने म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में प्रवेश किया था। वर्ष 2000 में पैन-अफ्रीकन इनवेस्टमेंट के साथ मिलकर उन्होंने एक लाइफ इंश्योरेंस कंपनी शुरू की।
Kotak Mahindra Bank ने बैंकिंग लाइसेंस हासिल कर बनाया इतिहास
उदय कोटक की जिंदगी में एक अहम मोड़ तब आया, जब 2003 में कोटक महिंद्रा फाइनेंस को आरबीआई से बैंकिंग लाइसेंस मिला और यह लाइसेंस हासिल करने वाला भारतीय कॉरपोरेट में यह पहला ऑर्गेनाइजेशन बन गया। इसके महज 11 साल में ही कोटक महिंद्रा बैंक देश का दूसरा सबसे बड़ा कॉमर्शियल बैंक बन गया। फिलहाल इसका मार्केट कैप 3.50 लाख करोड़ रुपये है। 2019 में सबसे अधिक पेमेंट पाने वाले सीईओ की लिस्ट में उदय कोटक दूसरे स्थान पर थे। उन्हें 27 लाख रुपये मिले थे। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वह देश के सबसे अमीर बैंकर हैं और एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनकी नेटवर्थ 1,10,020 करोड़ रुपये है।