अभिनेता से नेता बनीं कंगना रनौत ने बुधवार को कहा कि बेंगलुरु के इंजीनियर की आत्महत्या से मौत 'दिल दहला देने वाली' थी। अतुल सुभाष ने अपनी आत्महत्या के लिए पत्नी और उसके परिवार के कथित उत्पीड़न को जिम्मेदार ठहराया। कंगना ने उन महिलाओं से "नकली फेमिनिज्म" की निंदा की, जो पतियों से 'जबरन' पैसे लेने के लिए कानूनों का दुरुपयोग करती हैं।
कंगना ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया, “पूरा देश सदमे में है। उनका वीडियो दिल दहला देने वाला है। नकली नारीवाद निंदनीय है। करोड़ों रुपए की उगाही की जा रही थी। ऐसा कहने के बावजूद, विवाह के 99 प्रतिशत मामलों में गलती पुरुषों की होती है। इसीलिए ऐसी गलतियां भी होती हैं।”
पुरुषों में 'सुरक्षा' की कमी
बेंगलुरु के टेक एक्सपर्ट के भाई ने बुधवार को दावा किया कि पुरुषों को अपनी पत्नियों की ओर से उत्पीड़न के मामलों में कानूनी सुरक्षा की कमी है। उन्होंने अपराध की गंभीरता के बावजूद मामले में गिरफ्तारी नहीं होने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि उनका परिवार कानूनी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, “मैं अपने भाई के लिए न्याय चाहता हूं। पुरुषों के लिए भी कानून बनना चाहिए क्योंकि वे भी उत्पीड़न से पीड़ित हैं। ये बात भारत सरकार को समझनी चाहिए। एक पुरुष का जीवन उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना एक महिला का।"
दिल्ली के वरिष्ठ वकील विकास पाहवा ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि धारा 498A के संभावित दुरुपयोग को ध्यान में रखा जाना चाहिए और कानूनी प्रक्रिया में सुधार के लिए आग्रह किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह धारा "कुछ महिलाओं" के लिए पैसा उगाही का एक हथकंडा बन गई है।
वकील ने कहा, “ऐसे झूठे आरोप हैं, जो न केवल पति बल्कि रिश्तेदार, ससुराल वालों और दूसरे लोगों के खिलाफ भी लगाए गए हैं, वे सभी इसमें शामिल हैं और उनमें से ज्यादातर झूठे हैं।”
उन्होंने कहा, "मैं यह नहीं कह रहा हूं कि एक भी असली मामला नहीं है, लेकिन उनमें से ज्यादातर केस इसलिए दायर किए जाते हैं, ताकि पति से कुछ पैसों के जरिए मामला का निपटारा किया जा सके।"
पाहवा ने आरोप लगाया कि पुलिस शुरुआती जांच नहीं करती है, बल्कि पेंडिंग केस को बंद करने के लिए वैवाहिक विवादों के पैसे से सुलझाने की सुविधा देती है।
उन्होंने दावा किया, "दुर्भाग्य से, मैंने एक भी मामला नहीं देखा, जहां कानून का दुरुपयोग किया गया हो और पुलिस ने महिला के खिलाफ कार्रवाई की हो।''