क्या कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) की तेजी से गिरती लोकप्रियता भारत के साथ ताजा विवाद का असली कारण है? दरअसल, एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि ट्रूडो की कनाडा में लोकप्रियता तेजी से कम हो रही है। 60 फीसदी कनाडाई अब उनसे छुटकारा चाहते हैं। Global News द्वारा किए गए लेटेस्ट जनमत सर्वेक्षण के अनुसार कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी पियरे पोइलिव्रे (Pierre Poilievre) के साथ लोकप्रियता के मामले में संघर्ष कर रहे हैं। सर्वे में मुताबिक, यदि कनाडा में आज चुनाव होता है, तो पोइलिव्रे के नेतृत्व वाले कंजर्वेटिव अगली बहुमत वाली सरकार बना सकते हैं।
कनाडाई मीडिया संगठन ने दावा किया है कि सर्वे में पोइलिव्रे प्रधानमंत्री के लिए सबसे अच्छी पसंद थे। साथ ही 60 फीसदी कनाडाई सोचते हैं कि साल 2025 में अगले चुनाव में सत्ताधारी लिबरल पार्टी के लिए नेता के रूप में ट्रूडो के हटने और किसी और को नेतृत्व करने का समय आ गया है। इस सर्वे का निष्कर्ष 21 सितंबर तक का है। यह सर्वे 1.500 लोगों के जवाब पर निर्धारित है। ग्लोबल न्यूज ने कहा कि सर्वेक्षण 15 से 18 सितंबर के बीच किया गया था।
गिरती लोकप्रियता के कारण भारत पर लगाया आरोप?
भारत में शीर्ष सरकारी सूत्रों ने न्यूज 18 से कहा कि कनाडाई लोगों के बीच उनकी गिरती लोकप्रियता के बीच ट्रूडो द्वारा भारत के खिलाफ मोर्चा खोलने का यही असली कारण प्रतीत होता है। ट्रूडो ने कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादी नेता की हत्या में भारत की संलिप्तता साबित करने के लिए अब तक कोई सबूत नहीं दिया है। भारत ने गुरुवार को कहा कि उसे कोई सबूत भी नहीं दिया गया है।
भारत ने आरोपों को खारिज कर दिया है। सूत्रों ने इसे ट्रूडो को घरेलू स्तर पर सामना करने वाली समस्याओं, जैसे बढ़ती महंगाई और जीवनयापन की बढ़ती लागत से जोड़ा है। ग्लोबल न्यूज के लिए ISPOS द्वारा किए गए सर्वेक्षण से पता चलता है कि 40% लोगों ने पीएम के रूप में पोइलिवरे को पसंद किया, जबकि ट्रूडो को 31% और जगमीत सिंह को 22% कनाडाई लोगों ने पसंद किया। नई रिपोर्ट में कहा गया है कि एक साल पहले किए गए सर्वेक्षण से जहां पोइलिवरे की रेटिंग 5 अंक बढ़ गई। वहीं ट्रूडो की रेटिंग स्थिर बनी हुई है, जबकि सिंह की रेटिंग चार अंक कम हो गई है।
ब्रिटिश कोलंबिया में 18 जून को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की 'संभावित' संलिप्तता का आरोप ट्रूडो द्वारा लगाए जाने के बाद इस सप्ताह की शुरुआत में भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ गया। भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था।
भारत बेहद गुस्से से इन आरोपों को 'बेतुका' और (निजी हितों से) 'प्रेरित' बताते हुए खारिज कर दिया। इस मामले में कनाडा द्वारा एक भारतीय अधिकारी के निष्कासन के बदले में भारत ने एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया।