इंडिया के मशूहर कॉस्मेटिक्स ब्रांड 'Lakme' की शुरुआत इंडिया के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की पहल से हुई थी। दूसरा, यह कि लैक्मे का नाता धन और ऐश्वर्य की देवी लक्ष्मी से है। आंत्रप्रेन्योर और Artery India के सीईओ अरविंद विजय मोहन ने एक पोडकास्ट में लैक्मे की कहानी बताई है। उन्होंने इस बारे में एक वीडियो भी Instagram पर शेयर किया है। अब यह वीडियो दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी आ गया है। इसमें उन्होंने बताया है कि टाटा समूह की बागडोर संभालने के 12 साल बाद यानी 1950 में जेआरडी टाटा को जवाहरलाल नेहरू ने फोन किया था। नेहरू ने यह फोन टाटा से अपने दोस्ताने रिश्ते की वजह से किया था। उन्होंने टाटा को अपनी चिंता बताई।
नेहरू की सलाह से टाटा ने शुरू किया उत्पादन
नेहरू ने टाटा से कहा कि इंडिया में महिलाएं आयातित कॉस्मेटिक्स का इस्तेमाल करती है। इससे काफी विदेशी मुद्रा देश से बाहर चली जाती है। ऐसे में अगर टाटा इंडिया में आयातित कॉस्मेटिक्स के टक्कर के प्रोडक्ट्स इंडिया में बनाना शुरू कर दें तो इससे देश का भला होगा। पूर्व प्रधानमंत्री की यह सलाह टाटा के दिल को छू गई। उन्होंने तुरंत इस पर काम शुरू कर दिया। तब टाटा समूह की कंपनी Tata Oil Mill Comanyaka (TOMCO) नारियल तेल बनाती थी। कॉस्मेटिक्स प्रोडक्ट्स के लिए रॉ मैटेरियल की सप्लाई के लिए टोमको की एक सब्सिडिरी बनाई गई।
ऐसे लक्ष्मी से निकला लैक्में ब्रांड
कॉस्मेटिक्स के उत्पादन के लिए रोडमैप तैयार हो गया। तब सवाल सामने आया कि कॉस्मेटिक्स प्रोडक्ट्स मार्केट में किस ब्रांड नाम से उपबल्ध होगा। इसके लिए टाटा समूह के अधिकारियों की एक टीम पेरिस भेजने का फैसला लिया गया। यह टीम पेरिस में फ्रेंच कंपोजर Leo Delibes के एक ओपेरा का आनंद ले रही थी। इसके केंद्र में एक भारतीय लड़की थी, जो एक ब्राह्मण पुजारी की बेटी थी। उसे एक ब्रिटिश अफसर से मोहब्बत हो गई थी। इस लड़की का नाम लक्ष्मी था, जिन्हें भारत में धन और ऐश्वर्य की देवी माना जाता है। लेकिन, फ्रेंच में लक्ष्मी का उच्चारण 'लैक्मे' था। बस टीम को यह नाम पसंद आ गया।
1993 में TOMCO का विलय HUL में
लैक्मे की शुरुआत मुंबई में पैडर रोड स्थित एक किराए की इमारत में हुई। जल्द ही मार्केट में लैक्मे ब्रांड के प्रोडक्ट्स की पूरी रेंज मार्केट में आ गई। महिलाओं ने इसे हाथोहाथ लिया। आज यह कॉस्मेटिक्स के सबसे बड़े ब्रांड्स में से एक है। मेट्रो से लेकर गांव की दुकानों तक में आपको यह ब्रांड मिल जाएगा। हालांकि, अब यह हिंदुस्तान यूनिलीवर का है। दरअसल, 1993 में TOMCO का विलय हिंदुस्तान यूनिलीवर में हो गया था। 1998 में लैक्मे ने ज्वाइंट वेंचर में अपनी 50 फीसदी हिस्सेदारी बेच दी। उसने यह ब्रांड भी हिंदुस्तान यूनिलीवर को बेच दिया।