Manipur Earthquake: मणिपुर के इंफाल में बुधवार (5 मार्च) सुबह 5.6 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे राज्य में हड़कंप मच गया। भूकंप के झटके असम और कई पूर्वोत्तर राज्यों में भी महसूस किए गए। झटकों के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल गए। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे ने बताया कि भूकंप मणिपुर में इंफाल के पास 10 किलोमीटर की उथली गहराई पर आया। यह मणिपुर के चोंगदान से 29 किलोमीटर दूर स्थित था।
अधिकारियों ने बताया कि 5.6 तीव्रता के भूकंप से भारत और म्यांमार प्रभावित हैं। राज्य और पड़ोसी देश के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इससे निवासियों में अस्थायी रूप से दहशत फैल गई। हालांकि, किसी के घायल होने या नुकसान की खबर नहीं है।
जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) ने बताया कि बुधवार को म्यांमार-भारत सीमा क्षेत्र में 5.8 तीव्रता का भूकंप आया। GFZ ने बताया कि भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर (6.21 मील) की गहराई पर था।
इससे पहले 28 फरवरी को नेपाल में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया था। झटके भारत के बिहार, सिलीगुड़ी और अन्य पड़ोसी क्षेत्रों में महसूस किए गए। जिसके बाद खौफजदा लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र ने पुष्टि की कि भूकंप का केंद्र काठमांडू से लगभग 65 किलोमीटर पूर्व में सिंधुपालचौक जिले के भैरवकुंडा में था। भूकंप स्थानीय समयानुसार सुबह 2:51 बजे आया, जिससे नेपाल के मध्य और पूर्वी क्षेत्रों में दहशत फैल गई।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में पटना, सिक्किम और दार्जिलिंग में इमारतें और छत के पंखे हिलते हुए दिखाई दिए। वहीं, भारत और तिब्बत के सीमावर्ती क्षेत्रों के निवासियों ने भी भूकंप के झटके महसूस किए जाने की जानकारी दी। हालांकि, अभी तक किसी के हताहत होने या किसी बड़ी जनहानि की सूचना नहीं मिली है, लेकिन स्थानीय अधिकारी स्थिति का आकलन कर रहे हैं।
इस बीच, रिक्टर स्केल पर 4.5 तीव्रता का एक और भूकंप दर्ज किया गया था, जिसका केंद्र पाकिस्तान था। पाकिस्तान में भूकंप 28 फरवरी की सुबह करीब 5:14 बजे आया। यह भूकंप नेपाल तक ही सीमित नहीं था। बता दें कि नेपाल दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंपीय क्षेत्रों में से एक है, जहां भूकंप का खतरा लगातार बना रहता है।