स्ट्रीटफूड का मजा कुछ अलग ही होता है। हर कोई इन फूड्स को बड़े चाव से खाते हैं। गोल गप्पे, समोसा, चाट, जैसे स्ट्रीट हर किसी को पसंद रहता है। अभी तक आपने जो भी समोसा खाया होगा। उसमें आलू जरूर रहता है। बिना आलू के समोसा अधूरा रहता है। लेकिन एक ऐसे समोसे की चर्चा कर रहे हैं। जिसे खाने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। इतना ही नहीं इस समोसे की खासियत ये है कि इसमें आलू ही नहीं रहता है। उत्तर प्रदेश के बलिया के खोरीपाकड़ गांव में बिना आलू के समोसा बिकता है। इस समोसे में पनीर भरा जाता है।
इन समोसों के स्वाद का हर कोई दीवाना बन जाता है। दूर-दूर से लोग समोसे खाने आते हैं। यहां बहुत साफ सफाई के साथ समोसे बनाए जाते हैं। दुकानदार नंदलाल गुप्ता ने Local18 से बातचीत करते हुए कहा कि वे बलिया के खोरीपाकड़ गांव के रहने वाले हैं। उनके परिवार में कई पीढ़ियों से अलग-अलग जायकेदार व्यंजन बनाने और बेचने का काम होता आ रहा है।
कई साल से बिक रहा है बिना आलू के समोसा
लोकल 18 से बातचीत करते हुए दुकानदार नंदलाल ने बताया कि वो पिछले चार से बिना आलू के समोसे बेच रहे हैं। यह बाकी समोसों से अलग है। इसका स्वाद अनोखा और लाजवाब है। इस समोसे का मसाला वह खुद घर पर बनाते हैं। इसमें बहुत कम मसाले डाले जाते हैं। इसमें जीरा, हल्दी, धनिया पाउडर, हरी मिर्च, पत्ता गोभी, बारीक कटे प्याज और पनीर भर कर समोसा बनाया जाता है। इसके बाद इस मिश्रण को मैदे से बने समोसे के अंदर भरकर तेल में तल दिया जाता है। इन समोसों में आलू का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसे शुगर के मरीज भी बड़े चाव से खा सकते हैं। हालांकि मैदा और डीप फ्राई होता है, इसलिए मात्रा का ध्यान रखना जरूरी है।
एक समोसे की कीमत सिर्फ 10 रुपये
बिना आलू के इन समोसे की कीमत सिर्फ 10 रुपये है। यह दुकान बलिया रेलवे स्टेशन से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर, मशहूर टीडी कॉलेज चौराहे से डीएम आवास जाने वाले रास्ते पर लगती है। जो कोई भी समोसा खाते हैं। वो बिना तारीफ किए हुए नहीं रह पाते। ऐसे समोसों को आप घर पर भी बना सकते हैं।