अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल के काश पटेल को FBI चीफ के पद के लिए नॉमिनेट किया है । कंफर्मेशन हियरिंग के दौरान, काश पटेल ने सीनेट की ज्यूडिशियल कमेटी के सामने अपनी बात रखी। इस दौरान, उन्होंने अपने माता-पिता और बहन का अभिवादन 'जय श्री कृष्णा' के साथ किया और उनके जीवन के बारे में जानकारी दी। काश पटेल का परिवार 1970 के दशक में युगांडा से कनाडा आया था और बाद में अमेरिका में बस गया। उन्होंने अपनी शिक्षा रिचमंड यूनिवर्सिटी से पूरी की और कानून में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
काश पटेल का नाम FBI के चीफ पद के लिए ट्रंप प्रशासन द्वारा प्रस्तावित किया गया था, और उनके पिछले प्रशासनिक अनुभव के कारण वे इस पद के लिए उपयुक्त माने जा रहे हैं।
काश पटेल का भारतीय कनेक्शन
काश पटेल का असली नाम कश्यप पटेल है और उनका परिवार गुजरात के वडोदरा का रहने वाला है। उनके माता-पिता 1970 के दशक में युगांडा से कनाडा पहुंचे थे, और बाद में अमेरिका आकर बस गए। काश पटेल का जन्म न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी में हुआ था।
ट्रंप का समर्थन और FBI पर कटाक्ष
डोनाल्ड ट्रंप ने काश पटेल का नाम FBI निदेशक पद के लिए नवंबर में आगे बढ़ाया था। काश पटेल ने कहा कि FBI ने जनता का विश्वास खो दिया है और यदि उन्हें निदेशक नियुक्त किया गया तो वह पूरी पारदर्शिता और उचित प्रक्रिया के साथ काम करेंगे। काश पटेल ने विशेष रूप से ट्रंप के प्रति अपनी मजबूत वफादारी जाहिर की है।
काश पटेल का ट्रंप प्रशासन में योगदान
काश पटेल ने हाउस इंटेलिजेंस कमेटी में कार्य करते हुए ट्रंप के पहले प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने आईएसआईएस, अल-बगदादी और कासिम अल-रिमी जैसे आतंकवादी संगठनों के खात्मे में अहम योगदान दिया। वह ट्रंप की 'अमेरिका फर्स्ट' नीति के समर्थक रहे हैं और कई किताबों और पॉडकास्ट में FBI की आलोचना कर चुके हैं।
FBI के प्रति काश पटेल की नजर
काश पटेल की सार्वजनिक बयानबाजी और FBI के अधिकारियों पर की गई आलोचना के कारण वह चर्चा में रहे हैं। उनका मानना है कि FBI में कई अधिकारियों की जांच होनी चाहिए। उनके विचार स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि वह अपने काम को पूरी प्रतिबद्धता के साथ करना चाहते हैं।
काश पटेल की शिक्षा और राजनीतिक करियर
काश पटेल ने कानून की पढ़ाई की और रिचमंड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। वह रिपब्लिकन पार्टी के करीबी सदस्य माने जाते हैं और ट्रंप के प्रशासन में अलग-अलग जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुके हैं। उनकी पहचान एक सशक्त नेता के रूप में बनी है, जो सुरक्षा और विदेश नीति में गहरी समझ रखते हैं।