इंसान बना हैवान! कुत्तों का किया रेप और हत्या, अदालत ने दी 249 साल की सजा! कोर्ट में फूट-फूट कर रोने लगा दरिंदा
अनुमान की दुनिया से बाहर निकलें और जानें कि एक शख्स को ऐसे ही मामले में 249 साल की सजा हुई है, दूसरे शब्दों में कहें, तो करीब-करीब चार जन्मों की सजा... उससे भी बड़ी बात ये है कि उस दोषी को ये सजा किसी इंसान के साथ क्रूरता करने के लिए नहीं, बल्की कुत्तों के साथ बर्बरता करने के लिए हुई है
एडम ब्रिटन ने कुत्तों का किया रेप और हत्या, अदालत ने दी 249 साल की सजा
हत्या, बलात्कार और उत्पीड़न के मामले में किसी दोषी को ज्यादा से ज्यादा कितनी सजा हो सकती हैं? जाहिर है आप में से कोई कहेगा- 20 साल, 50 साल, आजीवन कारावास या ज्यादा से ज्यादा मौत की सजा... हालांकि, हर मामले में सजा अलग-अलग हो सकती है, क्योंकि ये उसकी गंभीरता पर भी निर्भर करता है। अब अनुमान की दुनिया से बाहर निकलें और जानें कि एक शख्स को ऐसे ही मामले में 249 साल की सजा हुई है, दूसरे शब्दों में कहें, तो करीब-करीब चार जन्मों की सजा... उससे भी बड़े बात ये है कि उस दोषी को ये सजा किसी इंसान के साथ क्रूरता करने के लिए नहीं, बल्की कुत्तों के साथ बर्बरता करने के लिए हुई है।
The Mirror की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के एक मगरमच्छ एक्सपर्ट को कुत्तों के साथ बलात्कार करने, उन पर अत्याचार करने और उनकी हत्या करने का दोषी पाया गया। अदालत ने जब इस मामले में उसे 249 साल की सजा सुनाई तो वो कोर्ट रूम में ही फूट-फूट कर रोने लगा।
60 गुनाह कबूल कर लिए
एडम ब्रिटन ने अपने 60 गुनाह कबूल कर लिए, जिनमें जानवरों के साथ दुर्व्यवहार और क्रूरता करना शामिल है और ये उसने पिछले साल इन बेजुबानों के साथ एक शिपिंग कंटेनर के अंदर किया था।
इतना ही नहीं उसने खुद ही कुत्तों के साथ बलात्कार करने और उनकी हत्या करने की तस्वीरें भी लीं, जिन्हें देख कर किसी का भी दिल दहल उठेगा। हालांकि, अब उसे ऑस्ट्रेलिया में 249 साल तक की आजीवन कारावास की सजा का सामना झेलनी होगी।
पढ़ाई में PhD और मानसिकता इतना खराब
53 साल के एडम का जन्म वेस्ट यॉर्कशायर में हुआ था। उसने लीड्स यूनिवर्सिटी से जूलॉजी की डिग्री हासिल की और ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी से PhD की है।
उसे जानवरों पर क्रूरता और अत्याचार से जुड़े 60 से ज्यादा आरोपों में दोषी ठहराया गया। पुलिस को जब इस सब की जानकारी मिली, तो उसने पूरे मामले की छानबीन की और उसका पर्दाफाश कर दिया।
ब्रिटन चार्ल्स डार्विन यूनिवर्सिटी में सीनियर रिसर्चर है। पिछले साल उस पर क्रूरता के आठ मामले, चाइल्ड एब्यूज मटेरियल रखने और वायरल करने के चार मामले और जानवरों के साथ गंभीर क्रूरता के 37 केस दर्ज किए गए थे।
ये कैसी अजीब बीमारी?
LeedsLive की रिपोर्ट में ब्रिटन के वकील ने दलील दी कि दो साल के लिए वो "पैराफिलिया" नाम की एक अजीब मानसिक बीमारी की चपेट में आ गया और उसी दौरान उससे ये अपराध हुए थे।
पैराफिलिया एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें किसी ऑब्जेक्ट, जानवार या जगह को देख कर ही किसी व्यक्ति की सेक्सुअल फीलिंग अपने आप उफान मारने लगती है और वो खुद को कंट्रोल नहीं कर पाता है।
जज ने कोर्ट रूम से किया सभी को बाहर
अदालत में सुनवाई के दौरान, जब उसकी इस कंडीशन पर बहस चल रही थी, तभी एक सिक्योरिटी गार्ड की ओर से ब्रिटन को एक टिशू पकाड़ते हुए देखा गया और उसे अपने आंसू पोंछते हुए भी देखा गया।
चीफ जस्टिस ग्रांट ने कहा कि ये सब जानकारियां बहुत ही परेशान करन वाली थीं। इतना ही नहीं जब अदालत को ये ब्रिटन की हरकतों के बारे में बताया जा रहा था, दो जज ने इस डर से सिक्योरिटी गार्ड और पुलिस अधिकारियों को कोर्ट रूम से बाहर जाने को कह दिया कि कहीं ये सब सुन कर किसी के दिलों और दिमाग पर कुछ गलत असर न पड़ जाए और कोई कुछ कर न बैठे।
42 कुत्तों को बनाया अपना शिकार
ब्रिटन ने कई सालों तक ऑस्ट्रेलिया में जंगली मगरमच्छों की एक कंजर्वेशन साइट पर काम किया था और जानवरों के फुटेज कई बड़े मीडिया हाउस को भी बेचे थे। वो अक्सर सोशल मीडिया पर अपने जानवरों की तस्वीरें शेयर करता रहता था।
दो सालों में, ब्रिटन ने 42 कुत्तों पर अपनी क्रूरता दिखाई। वो अक्सर उन अनजान परिवारों से पालतू जानवर ले लेता था, जो अपने कुत्तों को पाल नहीं पाते थे।
एक जासूस ने दी थी पुलिस को जानकारी
2022 और 2023 के बीच उसके घर और उसकी प्रॉपर्टी पर एक शिपिंग कंटेनर में इन जानवरों को प्रताड़ित किया गया, बलात्कार किया गया और उन्हें मार दिया गया। यहां तक उसने अपने दो सफेद स्विस शेफर्ड, उर्सा और बोल्ट को भी नहीं छोड़ा।
एक ऑनलाइन जासूस ने ब्रिटन की पहचान की और पुलिस को इसके बारे में बताया, जिसने डार्विन में उसके घर पर छापा मारा। पुलिस ने उसके घर से 44 डिवाइस और टूल जब्त किए और उसके कंप्यूटर पर बाल शोषण की कई फाइलें भी मिलीं।