गंगा की पवित्र धारा के किनारे बसा ऋषिकेश सिर्फ एक तीर्थ स्थल नहीं, बल्कि योग, ध्यान और एडवेंचर का अद्भुत संगम है। यहां की त्रिवेणी घाट की गंगा आरती जहां भक्तिभाव से मन को शांति देती है, वहीं रिवर राफ्टिंग और बंजी जंपिंग जैसे रोमांचक खेल उत्साह भर देते हैं। इस शहर की हर गली में आध्यात्मिकता की महक है—प्राचीन मंदिर, रहस्यमयी गुफाएं, और शांत आश्रम इसे आत्मिक शांति का केंद्र बनाते हैं। दिल्ली और आसपास के शहरों से लोग यहां वीकेंड ट्रिप पर आते हैं और यहां की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक माहौल में सुकून पाते हैं।
अगर आप ऋषिकेश जाने की योजना बना रहे हैं, तो त्रिवेणी घाट, त्र्यंबकेश्वर मंदिर, वशिष्ठ गुफा, जानकी सेतु और बीटल्स आश्रम जैसी जगहों को देखे बिना आपकी यात्रा अधूरी ही मानी जाएगी!
त्रिवेणी घाट ऋषिकेश का एक प्रमुख और अत्यंत पवित्र स्थल है। ये वो स्थान है जहां गंगा यमुना और सरस्वती नदियां मिलती हैं। हर शाम यहां गंगा आरती का आयोजन होता है जो एक दिव्य अनुभव प्रदान करती है। दीपों से सजी गंगा आरती का दृश्य भक्तिमय वातावरण उत्पन्न करता है, और लोग यहां स्नान कर अपने पापों से मुक्ति की कामना करते हैं।
यह प्राचीन मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और ऋषिकेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। त्र्यंबकेश्वर मंदिर अपनी अद्भुत वास्तुकला और आध्यात्मिक ऊर्जा के लिए प्रसिद्ध है। यहां आने से जीवन में शांति और समृद्धि मिलती है, जो इसे श्रद्धालुओं के लिए खास बनाता है।
ऋषिकेश में स्थित लक्ष्मण झूला और राम झूला के बाद अब जानकी सेतु भी पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र बन चुका है। यह पुल आधुनिक तकनीक से बनाया गया है और यहां से गंगा नदी का शानदार दृश्य देखने को मिलता है। जानकी सेतु से गुजरते हुए आसपास की पहाड़ियों और नदी का अद्भुत नजारा मन को मोह लेता है।
अगर आप ऋषिकेश आए हैं और बीटल्स आश्रम नहीं गए, तो आपकी यात्रा अधूरी रहेगी। यह आश्रम 1960 के दशक में प्रसिद्ध ब्रिटिश बैंड 'बीटल्स' के भारत प्रवास के कारण मशहूर हुआ था। अब यह स्थल एक ओपन म्यूजियम के रूप में विकसित किया गया है, जहां आप ग्रैफिटी आर्ट और योग कक्षाओं का आनंद ले सकते हैं। यह स्थान उन लोगों के लिए आदर्श है जो शांति और प्रकृति से जुड़ना चाहते हैं।
ऋषिकेश से करीब 25 किलोमीटर दूर गंगा नदी के किनारे स्थित वशिष्ठ गुफा आश्रम एक शांति और ध्यान का आदर्श स्थल है। यह वही स्थान है जहां महर्षि वशिष्ठ ने कठोर तपस्या की थी। आजकल यह आश्रम योग और ध्यान के अभ्यास के लिए मशहूर है। यहां का शांत वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता मन को शांति प्रदान करती है।
ऋषिकेश सिर्फ आध्यात्मिक शांति का ही केंद्र नहीं है बल्कि यहां के अद्भुत दृश्य और साहसिक गतिविधिया भी पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। इन 5 स्थलों को देखे बिना आपकी यात्रा अधूरी रहेगी।