स्टार्टअप P-TAL उन कुछ गिनी चुनी कंपनियों में से एक है, जिसे रियल्टी शो 'शार्क टैंक इंडिया' के सभी पांचों जजों ने निवेश के लिए चेक दिया था। हालांकि अब कंपनी उन सभी जजों को "चेक वापस" लौटा रही है। P-TAL मुख्य रूप से ब्रास, कॉपर और कांसा प्रोडक्ट बनाने के कारोबार में है। P-TAL के फाउंडर 'शार्क टैंक इंडिया' के सीजन 3 में आए थे। तब शो के सभी 5 जजों ने इसमें 0.64% हिस्सेदारी के बदले 20-20 लाख रुपये लगाने का वादा किया था। इनमें अमन गुप्ता, अनुपम मित्तल, अमित जैन, नमिता थापर और विनिता सिंह शामिल हैं।
P-TAL ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा कि उसके कारीगर कंपनी में निवेश करने वाली सभी पांचों शार्क का आभार जताते हुए उन्हें "चेक वापस" लौटा रहे हैं। हालांकि अमित जैन, नमिता थापर, अनुपम, अमन गुप्ता और विनिता थापर को दिया गया यह चेक, पारपंरिक बैंकिंग चेक से अलग है और इसे पैसे की जगह प्यार और आशीर्वाद के लिए भुनाया जा सकता है।
P-TAL ने बताया कि जब उसके कारीगरों को 'शार्क टैंक इंडिया' के शो पर कंपनी के आने और निवेश पाने में सफलता की जानकारी मिली, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। कंपनी ने पोस्ट के साथ एक वीडियो भी डाला है, जिसमें कारीगर इन शार्क को धन्यवाद देते हुए दिख रहे हैं।
P-TAL ने इंस्टाग्राम पर लिखा, "हम शार्क टैंक इंडिया के उन सभी 5 शार्क को चेक वापस भेज रहे हैं जिन्होंने हम में निवेश किया था। जब हम अपने कारीगरों के पास गए और उन्हें यह बात बताई, तो वे बहुत खुश हुए और कुछ की आंखों में खुशी के आंसू आ गए। उनका आभार व्यक्त करने के लिए, हम उनकी ओर से सभी पांचों शार्क को एक चेक भेज रहे हैं, जिसमें उन्हें हम प्यार, सम्मान और आशीर्वाद का भुगतान कर रहे हैं।"
इन चेक के साथ पांचों शॉर्क को P-TAL का एक प्रोडक्ट भी दिया जा रहे है, जिसे कारीगरों ने खासतौर पर उनके लिए ही बनाया है। P-TAL, हरियाणा का स्टार्टअप है, जिसकी अगुआई उसके सीईओ आदित्य अग्रवाल कर रहे हैं। आदित्य ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉलेज श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की हुई है। यह स्टार्टअप पुरानी भारतीय परंपराओं को समकालीन तरीके से पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से धातु के बर्तन बनाने में माहिर है।