TB Symptoms: कोरोना वायरस महामारी के बाद से लोग सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार के प्रति चौकन्ना हो गए हैं। आमतौर पर सर्दी-जुकाम खांसी को ही कोरोना का संकेत मान लिया जाता है। लेकिन अगर आपको लंबे समय तक खांसी बनी हुई तो यह टीबी (ट्यूबरक्लॉसिस) का संकेत भी हो सकता है। खांसी टीबी का सबसे आम लक्षण है। इसमें 15-20 दिनों तक खांसी बनी रहती है। ऐसे में फेफड़ों पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है। टीबी की खांसी में थूक, कफ और बलगम आता है। गले या फेफड़ों से लार और बलगम का मिश्रण है।
टीबी के कारण होने वाली पुरानी खांसी अक्सर माइकोबैक्टीरियम टीबी इन्फेक्शन के कारण होती है। जबकि सामान्य खांसी आमतौर पर एक वायरल ऊपरी श्वसन पथ के संक्रमण के कारण होती है। ऐसे में सामान्य खांसी और टीबी वाली खांसी के बीच अंतर कैसे पता करें, आइए जानते हैं।
टीबी और सामान्य खांसी की कैसे करें पहचान?
खांसी के संभावित कारणों के बीच अंतर जानने के लिए खांसी के प्रकार और इसकी अवधि पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। टीबी पुरानी सांस संबंधी बीमारियां खांसी का कारण बन सकती हैं। शुरुआती दौर में टीबी के लक्षण एक सामान्य खांसी के समान होते हैं। दो हफ्ते से ज्यादा रहने वाली खांसी टीबी के लक्षण हो सकते हैं। टीबी संक्रमित रोगी को खांसी में खून आएगा। ऐसी थकावट महसूस होगी जो दूर नहीं होगी। भूख में कमी आएगी। जिससे वजन कम होता जाएगा। ठंड लगने का एहसास होगा। बुखार आएगा और रात में पसीना आ सकता है। टीबी की वजह से पनपने वाले बैक्टीरिया सामन्य तौर पर फेफड़ों में बढ़ते हैं। इसे पलमनरी टीबी कहते हैं।
अगर आपको टीबी के कोई भी लक्षण महसूस हो रहे हैं तो फौरन जांच कराने की जरूरत है। कई बार ज्यादा समय तक इंतजार करना आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। ऐसे में आपकी स्थिति और खराब हो सकती है।
जिन लोगों को लेटेन्ट टीबी होता है वो बीमार नहीं होते हैं। उनमें लक्षण नज़र नहीं आते। ऐसे लोग दूसरों को बीमारी नहीं फैलाते हैं। हालांकि जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है उनका टीबी बढ़कर एक्टिव हो सकता है।