अगर आपकी सैलरी अच्छी खासी हो, आप यही सोचेंगे कि अपने ज्यादा से ज्यादा शौक पूरे करें। कई लोग ऐसे में महंगे और लेटेस्ट गैजेट्स खरीदने में पैसा खर्च करते हैं। हालांकि, कुछ मामलों में, ज्यादा पैसा कमाने पाने वाले लोग, अलग तरह की सोच रखते और इस पैसे के जरिए वे अपनी परिवार की जिम्मेदारी उठाते हैं। ऐसी ही कहानी एक 23 साल के व्यक्ति की है, जिसकी नाम सुश्रुत मिश्र है। सुश्रुत लखनऊ में वीसी मीडिया में को फाउंडर और कंटेंट स्पेशलिस्ट हैं और जिनका मासिक वेतन 1.5 लाख रुपए है।
महंगे और लेटेस्ट प्रोडक्ट खरीदने के लिए पैसा खर्च करने के बजाय, उन्होंने अपने रिटायर माता-पिता की देखभाल करने और सभी बिलों का भुगतान करने का ऑप्शन चुना है। साथ ही, मिश्रा ने कहा कि वह इस तरह के व्यवहार को ग्लैमराइज करना चाहते हैं।
उन्होंने एक ट्वीट किया, "मैं 23 का हूं और मेरी महीने की सैलरी 1.5 लाख रुपए से ज्यादा है। फिर भी मेरे पास कोई 'Apple' नहीं है, मेरे पास अपना घर नहीं, मेरे पास बाइक/कार नहीं है।"
उन्होंने आगे लिखा, "ऐसा क्यों? एक भारतीय बेटे की जिम्मेदारियां जो- अपने माता-पिता को रिटायर करवा देता है, सभी बिल भरता ह, अपने परिवार के भविष्य की योजना बनाता है। मैं इसे ग्लैमराइज करना चाहता हूं।"
मिश्रा के ट्वीट पर मिली जुली प्रतिक्रिया आई हैं। कुछ यूजर्स ने अपने परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए उनकी तरीफ की, जबकि कई लोगों ने उनसे पूछा कि वे खुल कर खर्च क्यों नहीं कर रहे हैं, उन्हें किसने रोका है।
एक यूजर ने लिखा, "बधाई हो यार! आपने पिछले एक साल में काफी मेहनत की है। जिस तरह से आप अपनी जिम्मदारियां निभा रहे हैं, उस पर गर्व है।"
दूसरे यूजर ने कहा, "सबसे पहले सही फाउंडेशन तैयार करनी जरूरी है। आप की सराहना होनी चाहिए! इसके अलावा आप दूसरी सभी मौज-मस्ती भी कर सकते हैं, उम्मीद है कि जल्द ही आप ये सब भी कर पाएंगे।"
एक तीसरे यूजर ने लिखा, "मेरे ऊपर भी इसी तरह की सभी जिम्मेदारियां हैं, लेकिन मुझे ये नहीं मालूम कि आपको Apple या बाइक लेने से किसने रोका है।"
चौथे यूजर ने लिखा, "एक बाइक/स्कूटर खरीदें, आने-जाने के लिए बढ़िया है। सभी तरह के ऑप्शन उपलब्ध हैं। बाकी ऑप्शन हो सकते हैं, लेकिन इसे ग्लैमराइज करने की कोशिश करने का कोई कारण नहीं दिखता।"