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Uttarakhand Landslide: उत्तराखंड में बारिश का कहर! रुद्रप्रयाग में बाढ़ और भूस्खलन से 3 लोगों की मौत, 16 लापता

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गौरीकुंड हादसे की जानकारी ली और राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि गुरुवार को मध्य रात्रि के बाद तेज बारिश के दौरान गौरीकुंड से कुछ मीटर दूर डाट पुलिया में आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण मलबे के साथ तीन दुकानें बह गईं, जिससे उसमें रह रहे तीन लोगों की मौत हो गई

Akhileshअपडेटेड Aug 04, 2023 पर 3:50 PM
Uttarakhand Landslide: उत्तराखंड में बारिश का कहर! रुद्रप्रयाग में बाढ़ और भूस्खलन से 3 लोगों की मौत, 16 लापता
Uttarakhand Landslide: SDRF रेस्क्यू टीम प्रभारी इंस्पेक्टर करन सिंह के मुताबिक सर्च के दौरान 3 शव दिखे, जिनमें से दो बरामद कर लिए गए हैं

Uttarakhand Rains: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग (Rudraprayag Landslide) जिले में केदारनाथ यात्रा रूट (landslide on Kedarnath yatra route) पर गौरीकुंड के पास भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के बाद तीन लोगों की मौत हो गई और 16 अन्य लोग लापता हो गए हैं। इस हादसे में करीब आधा दर्जन दुकानें नष्ट हो गई हैं। SDRF रेस्क्यू टीम प्रभारी इंस्पेक्टर करन सिंह के मुताबिक सर्च के दौरान तीन शव दिखे, जिनमें से दो बरामद कर लिए गए हैं। रुद्रप्रयाग प्रशासन के अधिकारियों की देखरेख में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), स्थानीय पुलिस और आपदा प्रबंधन दस्ते की टीमें तलाशी अभियान में जुटी हुई हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचकर गौरीकुंड हादसे की जानकारी ली और राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने न्यूज एजेंसी पीटीआइ को बताया कि गुरुवार को मध्य रात्रि के बाद तेज बारिश के दौरान गौरीकुंड से कुछ मीटर दूर डाट पुलिया में आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण मलबे के साथ तीन दुकानें बह गईं, जिससे उसमें रह रहे तीन लोगों की मौत हो गई।

रजवार के मुताबिक, हादसे में बही दो दुकानों और एक खोखे में कुल 19 लोग रह रहे थे, जिनमें से 16 लापता हैं और उनकी तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर रात में ही राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था और तीन लोगों के शव घटनास्थल से करीब 50 मीटर नीचे बह रही मंदाकिनी नदी से बरामद किए गए। रजवार के अनुसार, SDRF, NDRF, पुलिस और अन्य एजेंसियां नदी में तथा उसके किनारे युद्धस्तर पर तलाश अभियान चला रही हैं।

घटनास्थल पर मौजूद पुलिस क्षेत्राधिकारी विमल रावत ने कहा कि भारी बारिश के कारण राहत एवं बचाव कार्य में दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने बताया कि घटनास्थल के आसपास पहाड़ से अभी भी रुक-रुक कर पत्थर गिर रहे हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचकर गौरीकुंड हादसे के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली और वहां राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों से गौरीकुंड क्षेत्र में जल्द से जल्द हर संभव मदद पहुंचाने के लिए भी कहा।

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