Monsoon Weather News: भारी बारिश से गुजरात और मध्य प्रदेश में 14 लोगों की गई जान, महाराष्ट्र में नदियों का बढ़ा जलस्तर, जानें अन्य राज्यों का हाल
महाराष्ट्र में इस मानसून के दौरान बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 76 लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में भारी बारिश और लगातार बारिश के कारण नासिक जिले में कई नदियों के जल स्तर में वृद्धि के बाद 3 व्यक्ति लापता हो गए हैं
गुजरात में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 1 जून से अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है
गुजरात और मध्य प्रदेश में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई है। पश्चिम और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में सोमवार को हुई भारी बारिश के कारण हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में भारी बारिश और लगातार बारिश के कारण नासिक जिले में कई नदियों के जल स्तर में वृद्धि के बाद तीन व्यक्ति लापता हो गए। वहीं गोदावरी नदी के किनारे स्थित कई मंदिर जलमग्न हो गए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि गढ़चिरौली जिले में पिछले तीन दिनों में तीन लोग नाले में बह गए और बाद में उनके शव निकाले गए। उन्होंने बताया कि हालांकि नाले में बह जाने के बाद से तीन और लोग अब भी लापता हैं। मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में भी सोमवार को मध्यम बारिश हुई। एक सप्ताह से अधिक समय बाद सोमवार दोपहर को दिल्ली के कुछ हिस्सों में बारिश हुई, जिससे उमस भरे मौसम से थोड़ी राहत मिली। हालांकि, शाम होते-होते मौसम फिर से उमस भरा हो गया।
गुजरात में 7 लोगों की मौत
मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान में ज्यादातर जगहों पर मध्यम बारिश हुई, जबकि सोमवार सुबह तक पिछले 24 घंटों में छिटपुट जगहों पर भारी बारिश हुई। दक्षिण और मध्य गुजरात जिलों के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण कम से कम सात लोगों की मौत हो गई। बारिश से कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, जबकि 9,000 से अधिक लोगों को शिफ्ट कर दिया गया और 468 को बचाया गया।
दक्षिण गुजरात में, डांग, नवसारी, तापी और वलसाड जिले प्रभावित हुए, जबकि मध्य गुजरात में बारिश प्रभावित जिले पंचमहल, छोटा उदयपुर और खेड़ा हैं। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के दौरान डांग, नवसारी, वलसाड, तापी और सूरत में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
PM मोदी ने मदद का दिया आश्वासन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात को केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। राज्य आपदा प्रबंधन मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने कहा कि पिछले 24 घंटों में बारिश से संबंधित घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गई। गुजरात में आकाशीय बिजली गिरने, डूबने, दीवार गिरने जैसी बारिश जनित घटनाओं में एक जून से अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है।
अधिकारियों ने कहा कि अहमदाबाद सहित दक्षिण और मध्य गुजरात के कई हिस्सों में रविवार से बहुत भारी बारिश हुई है, जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। उन्होंने बताया कि 6,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
मध्य प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 52 में से 33 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया, जबकि लगातार बारिश के बीच आकाशीय बिजली गिरने से पिछले 24 घंटों में सात लोगों की जान चली गई। राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि सोमवार दोपहर ढाई बजे समाप्त 24 घंटे की अवधि में विभिन्न स्थानों पर बिजली गिरने से सात लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही एक जून से अब तक राज्य भर में ऐसी घटनाओं से मरने वालों की संख्या 60 हो गई है।
महाराष्ट्र में रेड अलर्ट, 76 लोगों की मौत
महाराष्ट्र के नासिक सहित कई जिले में भारी बारिश जारी है, जिससे कई नदियों का जल स्तर बढ़ गया है। गोदावरी नदी के पास स्थित कई मंदिर जलमग्न हो गए हैं। IMD ने 14 जुलाई तक नासिक जिले के लिए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया है, जिसमें 24 घंटों में 20 सेंटीमीटर से अधिक भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। पुणे जिले में भी पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है। उन्होंने बताया कि बांध से पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर के और बढ़ने की आशंका है।
महाराष्ट्र में इस मानसून के दौरान बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 76 लोगों की मौत हो चुकी है। रिपोर्ट के अनुसार, बारिश जनित घटनाओं में अब तक जिन लोगों की मौत हुई है उनमें शनिवार को 9 लोगों- वर्धा जिले में 4, गढ़चिरौली में 3 और नांदेड़ और तटीय सिंधुदुर्ग जिले में एक-एक लोगों की मौत हुई है। राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश के कारण एक जून से अब तक 125 पशुओं मारे गए हैं।
असम में भी मौसम की मार
IMD अधिकारियों ने बताया कि नासिक जिले में भारी बारिश जारी है, जिससे कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है एवं गोदावरी में नदीतल पर स्थित मंदिर डूब गए हैं। इस बीच, सोमवार को एक आधिकारिक बुलेटिन में कहा गया कि असम के 10 जिलों में 3.79 लाख से अधिक लोग अब भी बाढ़ की चपेट में हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार, दिन के दौरान डूबने से किसी की मौत नहीं हुई। इस साल बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 192 है।