देश के कई राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी तो उत्तर भारत बारिश का कहर जारी है। इस बीच दिल्ली- NCR पिछले दो दिनों से झमाझम बारिश हो रही है। जिससे कई हिस्सों में जलभराव देखा गया है। वहीं बारिश की वजह से दिल्ली का पारा भी गिर गया। ऐसे में दिल्ली वासियों को नए साल के शीतलहर के प्रकोप का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग ने आज (28 दिसंबर 2024) बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बारिश के बाद ठंड बढ़ गई है और लोगों को अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है।
वहीं कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के पहाड़ों में बर्फबारी जारी है। इधर पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, यूपी जैसे उत्तर भारत के राज्यों में भी हल्की बारिश और शीतलहर की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने शनिवार और रविवार को राजधानी दिल्ली समेत नोएडा, गुरुग्राम के अन्य स्थानों पर और बारिश होने का अनुमान जताया गया है।
दिसंबर में 15 साल में सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड
मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली में दिसंबर में 15 साल में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई। गुरुवार की सुबह से ही भारी बारिश शुरू हो गई थी और पूरे दिन जारी रही। बारिश की वजह से दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में थोड़ा सुधार हुआ है, हालांकि यह 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी हुई है। वहीं आज (28 दिसंबर) दिल्ली के आसमान में बादल छाए रहेंगे और बीच-बीच में बारिश हो सकती है। सुबह से दोपहर तक हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। शनिवार को न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान जताया गया है। दिसंबर में अब तक 42.8 एमएम बारिश हो चुकी है। सामान्य तौर पर पूरे दिसंबर में महज 8.1 एमएम बारिश होती है। यानी इस बार करीब पांच गुना अधिक बारिश हो चुकी है।
मौसम विभाग के मुताबिक, 1 और 2 जनवरी के बीच मध्यम कोहरा छाया रह सकता है। अधिकतम तापमान 17 से 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 6 से 9 डिग्री तक रह सकता है। स्काईमेट के अनुसार, सर्दियों की पहली अच्छी बारिश दिल्ली के साथ पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और उत्तराखंड के तराई वाले इलाकों में हो रही है। वहीं कल (29 दिसंबर) सुबह तक मौसम साफ होने की संभावना है। मौसम साफ होने के बाद रविवार से हवाएं फिर से अपनी दिशा बदलेंगी। पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाएं उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ाएंगी। दिल्ली में भी ठंड बढ़ेगी। अगले हफ्ते से कई जगहों पर शीतलहर का प्रकोप शुरू हो सकता है।