Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियां जीत की तैयारियों में जुटी हुई हैं। इस क्रम में भोजपुरी अभिनेता और मशहूर सिंगर पवन सिंह ने सियासी हलचल बढ़ा दी है। उन्होंने पिछले सप्ताह राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की। इसके बाद वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले। इससे अटकलों का दौर शुरू हो गया है।
सियासी गलियारों में इस चीज को लेकर चर्चा जोरों पर है कि पवन सिंह आरा विधानभासभा सीट से अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। हालांकि, उन्होंने अब तक मीडिया से इस बारे में कोई बातचीत नहीं की है। इस बीच, पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने सोमवार को उनके लखनऊ वाले घर पर पहुंचकर काफी हंगामा किया।
इस घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो रोते हुए बता रही हैं कि पुलिस ने उन्हें धमकी दी है। इस दौरान हाईवोल्टेज ड्रामा हुआ। इस पूरे विवाद में अब भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर अपनी बात रखी है। वहीं, ज्योति सिंह ने भी जवाब दिया है। पवन सिंह जनता के बीच 'पावर स्टार' के नाम से मशहूर हैं।
बताया जा रहा है कि हाल ही में पवन सिंह बीजेपी में दोबारा एंट्री लिए हैं। उसके बाद से उनकी आरा के अलावा बड़हरा और दिनारा विधानसभा से भी चुनाव लड़ने की चर्चाएं हैं। राजनीतिक सूत्रों की मानें तो पवन सिंह आरा विधानसभा से बिहार चुनाव लड़ना चाहते हैं। ऐसी भी चर्चा है कि भारतीय जनता पार्टी उनको राज्यसभा भेज सकती है।
स्थानीय पत्रकारों ने न्यूज 18 को बताया गया कि पवन सिंह आरा विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे तो उनके लिए बेहतर रहेगा। उन्होंने कहा कि यह विधानसभा जातीय समीकरण के हिसाब से राजपूत बहुल क्षेत्र माना जाता है। पवन सिंह की जाति राजपूत है। वह बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे तो इस वजह से स्वर्ण वोटर उनको वोट दे सकते हैं।
BJP ने पवन सिंह को किया था निष्कासित
भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान पवन सिंह को पार्टी से निकाल दिया था। ऐसा इसलिए क्योंकि पवन सिंह ने बागी रुख अपनाते हुए काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने की जिद पकड़ ली थी। वहीं, बीजेपी ने इस सीट पर NDA प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा को उतारने का फैसला किया था।
लेकिन पवन सिंह को यह बिलकुल बर्दाश्त नहीं था। उन्होंने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इसी नाराजगी के चलते बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का फैसला लिया था। हालांकि, अब अमित शाह से मुलाकात के बाद पवन सिंह की NDA में दोबारा एंट्री की खबरें तूल पकड़ती जा रही हैं।
काराकाट लोकसभा सीट से पवन सिंह की हार
BJP से निष्कासित होने के बाद पवन सिंह ने जोरदार प्रचार-प्रसार किया। इसका नतीजा यह रहा कि उन्होंने एनडीए उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा के मुकाबले ज्यादा वोट हासिल किए। पवन सिंह के खाते में 2 लाख 74 हजार 723 वोट पड़े। वहीं, NDA उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा ने 2 लाख 53 हजार 876 वोट हासिल किए।
लेकिन 3 लाख 80 हजार 581 वोट पाकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (मुक्ति) के उम्मीदवार राज राम सिंह ने जीत दर्ज की। 243 सदस्यीय विधानसभा की 121 सीटों पर छह नवंबर को जबकि शेष 122 सीटों पर 11 नवंबर को मतदान होगा। मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।