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Indigo के टिकट में Cute Charge पर यात्री ने जताई नाराजगी, पूछा-क्या हमसे 'क्यूट' दिखने का पैसा लेते हो?

What is Cute Charge: एडवोकेट ने एयरलाइन से सवाल पूछते हुए लिखा, "डियर इंडिगो, यह 'क्यूट फीस' क्या है? क्या आप यूजर्स से क्यूट होने के लिए शुल्क लेते हैं? या आप इसलिए शुल्क लेते हैं क्योंकि आपको लगता है कि आपके एरोप्लेन क्यूट हैं

अपडेटेड Aug 20, 2024 पर 6:11 PM
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What is Cute Charge: बेंगलुरु के एक वकील ने इंडिगो एयरलाइंस द्वारा यात्रियों से वसूले जाने वाले अलग-अलग तरह के फीस पर सवाल उठाया है।

Indigo charging Rs 50 as cute charge: बेंगलुरु के एक वकील ने इंडिगो एयरलाइंस द्वारा यात्रियों से वसूले जाने वाले अलग-अलग तरह के फीस पर सवाल उठाया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करते हुए एयरलाइन द्वारा 'Cute Charge' वसूले जाने पर नाराजगी जताई और तीखे सवाल किए। ट्वीट के मुताबिक एडवोकेट श्रेयांश सिंह ने लखनऊ से बेंगलुरु तक की यात्रा की, जिसके टिकट की कीमत करीब 10,000 रुपये थी। इसमें उनसे 50 रुपये का "क्यूट चार्ज" वसूला गया। वकील के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है और इस पर कई यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

एडवोकेट ने Indigo से पूछे ये सवाल

एडवोकेट श्रेयांश सिंह ने एयरलाइन से सवाल पूछते हुए लिखा, "डियर इंडिगो, यह 'क्यूट फीस' क्या है? क्या आप यूजर्स से क्यूट होने के लिए शुल्क लेते हैं? या आप इसलिए शुल्क लेते हैं क्योंकि आपको लगता है कि आपके एरोप्लेन क्यूट हैं?" उन्होंने यूजर डेवलपमेंट फीस और एविएशन सिक्योरिटी फीस जैसे अन्य चार्जेज को लेकर भी एयरलाइन से सवाल पूछे।


उन्होंने आगे लिखा, यह 'यूजर डेवलपमेंट फीस' क्या है? जब मैं आपके एरोप्लेन में ट्रैवल करता हूं तो आप मुझे कैसे डेवलप करते हैं? यह 'एविएशन सिक्योरिटी फीस' क्या है? क्या मैं ट्रैवल करते समय अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार को टैक्स नहीं दे रहा हूं? या नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एविएशन सिक्योरिटी को बिजनेस को आउटसोर्स कर दिया है? कृपया जवाब दें, क्योंकि ये तुम लोगों का ज्यादा हो रहा है अब।"

Indigo ने बताया क्या है Cute Charge

एडवोकेट के इस सवाल पर इंडिगो का जवाब भी आया है। एयरलाइन ने अपने जवाब में कहा, "हाय, हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि क्यूट चार्ज का मतलब कॉमन यूजर टर्मिनल इक्विपमेंट चार्ज है। यह मूल रूप से वह राशि है जो एयरपोर्ट पर इस्तेमाल की जाने वाली मेटल-डिटेक्टिंग मशीनों, एस्केलेटर और अन्य इक्विपमेंट्स के इस्तेमाल के लिए ली जाती है।"

सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने दी प्रतिक्रिया

इस पोस्ट पर कई यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने लिखा, "यह बिलकुल अनुचित है कि मौजूदा पॉलिसी एयरलाइनों को हर कदम पर ग्राहकों पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की अनुमति देती है। हाल ही में जब मैंने एक दोस्त के लिए टिकट बुक किया, तो मुझे यह देखकर हैरानी हुई कि सीट चुनने के लिए भी अतिरिक्त शुल्क देना पड़ता है। यह प्रक्रिया एवरेज ट्रैवलर के लिए बोझिल है, और अब समय आ गया है कि ऐसी प्रैक्टिसेज का फिर से मूल्यांकन हो और बदलाव किया जाए।"

दूसरी ओर, एक अन्य यूजर ने कहा, "अरे भाई, पहली बार यात्रा कर रहे हो क्या? यह सदियों से सभी हवाई टिकटों का हिस्सा रहा है और सभी एयरलाइन्स इसका शुल्क लेती हैं, केवल इंडिगो ही नहीं।" हालांकि, वकील ने इसके जवाब में लिखा, "यह लंबे समय से हो रहा है, इसलिए यह सही नहीं हो जाता। एयरपोर्ट्स और ट्रांसपोर्ट के अन्य साधनों का निजीकरण सिर्फ इसलिए नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि स्टेट स्टैंडर्ड सर्विसेज सुनिश्चित नहीं कर सकता। इसके बजाय, राज्य को सुधार करना चाहिए।"

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