World AIDS Day: टैटू बनवाने पर रहें सावधान, एड्स के हो सकते हैं शिकार, सुरक्षा ही सबसे बड़ा बचाव

World AIDS Day: आज 1 दिसंबर को विश्व में एड्स दिवस मनाया जा रहा है। एड्स ह्यूमन इम्यूनोडेफिशियेंसी वायरस (HIV) के संक्रमण के कारण होने वाला महामारी का रोग है। जानिए इसके लक्षण, कारण और बचाव

अपडेटेड Dec 01, 2022 पर 11:22 AM
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एड्स आज पूरी दुनिया में तेजी से पांव पसार रहा है।

World AIDS Day: हर साल दुनिया भर के लोगों को HIV संक्रमण के प्रति जागरूक करने के लिए 1 दिसंबर को वर्ल्ड एड्स डे (World AIDS Day) मनाया जाता है। एड्स ह्यूमन इम्यूनोडेफिशियेंसी वायरस (HIV) के संक्रमण के कारण होने वाला महामारी का रोग है। यह महामारी पूरी दुनिया में तेजी से पांव पसार रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वर्ल्ड एड्स डे 2022 की थीम "Equalize" रखी है। इस थीम का मतलब एड्स को जड़ से मिटाने के लिए बच्चों और सभी लोगों को बराबरी से जरूरी एचआईवी सेवाएं मुहैया कराना है।

एड्स के वायरस HIV किसी स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में मुख्य रूप से सेक्स के दौरान स्पर्म से, चुम्बन के दौरान लार से, रोगग्रस्त व्यक्ति के खून से और ब्लड चढ़ाने के दौरान या नशे के लिए शिराओं में प्रयुक्त एक ही सिरिंज की निडिल की प्रयोग से पहुंच जाते हैं।

लक्षण


एड्स की शुरुआती दौर में पहचान करना काफी मुश्किल है। हालांकि डॉक्टरों के मुताबिक, मुंह में सफेद चकत्तेदार धब्बे उभरना, शरीर से अधिक पसीना निकलना, बार-बार थकान की शिकायत होना, अचानक वजन कम होने लगना, तेज बुखार रहना, बार-बार दस्त लगना, लगातार खांसी आना, गले, जांघों और बगलों की लसिका ग्रंथियों की सूजन से गांठें पड़ना, सारे शरीर में खुजली और जलन होना, निमोनिया, स्किन इन्फेक्शन जैसी शिकायतें सामने आने लगती है। वैसे भी किसी भी तरह की कोई शिकायत हो तो एड्स का टेस्ट कराने में बिल्कुल भी देरी नहीं करनी चाहिए। वहीं कुछ लोगों को असुरक्षित यौन संबंध बनाने की खतरनाक आदत होती है। कई पार्टनर के अलावा एक पार्टनर से संबंध रखने वालों को भी एड्स का खतरा हो सकता है।

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बचाव

एड्स एक जानलेवा बीमारी है। दुनिया भर के डॉक्टर और चिकित्सा वैज्ञानिक इसके बेहतर इलाज की तलाश में लगातार रिसर्च कर रहे हैं। फिलहाल एड्स का अभी तक कोई सटीक इलाज नहीं मिल पाया है। लिहाजा इस रोग से दूर रहने के लिए सुरक्षा ही सबसे बेहतरीन इलाज है। डॉक्टरों का कहना है कि पर्याप्त सावधानी और HIV खतरा पैदा करने वाली आदतों से बचकर एड्स के खतरे को कम किया जा सकता है।

कहीं भी टैटू बनवाने की आदत

अगर आप परमानेंट टैटू बनवाते हैं, तो एक छोटी-सी गलती के कारण एड्स के शिकार बन सकते हैं। इसकी वजह ये है कि टैटू बनवाते समय जिस सुई का इस्तेमाल किया जाता है। वो आपको संक्रमित कर सकता है। कई ऐसी जगहें होती हैं। जहां एक ही सुई से कई लोगों के टैटू बनाए जाते हैं।

इन बातों का भी रखें ध्यान

सैलून में शेविंग कराते समय हमेशा नई ब्लेड का इस्तेमाल करने को कहें। एंटीसेप्टिक लोशन का इस्तेमाल हर बार करें। अन्य व्यक्तियों के ब्लेड या रेजर का इस्तेमाल कभी न करें।

ब्लड को शरीर में लेने के पहले उसकी HIV फ्री होने की जांच जरूर करा लें। अपने परिजनों, परिचितों और निकट संबंधियों का ब्लड ही उपयोग में लेने की कोशिश करें। प्रोफेशनल ब्लड डोनर के ब्लड को न खरीदें।

इंजेक्शन लगवाते समय डिस्पोजेबल सिरिंज और निडिल का ही प्रयोग करें।

एड्स से संक्रमित महिलाएं गर्भधारण न करें, क्योंकि यह रोग उनके शिशुओं में भी संक्रमित हो जाता है।

Jitendra Singh

Jitendra Singh

First Published: Dec 01, 2022 11:22 AM

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