जीरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामत (Nithin Kamath) अब एक नई भूमिका में भी आ गए हैं और इस बार वह नेशनल स्टार्टअप एडवायजरी काउंसिल से जुड़े हैं। इस काउंसिल के मेंबर के तौर पर वह केंद्र सरकार को देश में स्टार्टअप और नई खोजों के लिए मजबूत माहौल कैसे तैयार हो, इस पर सलाह देंगे। यह काउंसिल स्टार्टअप एकोसिस्टम की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए कार्यक्रम तैयार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अब इसी काउंसिल का हिस्सा बनकर जीरोधा के सीईओ काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि भारत में स्टार्टअप हब बनने की संभावना है और इसे भुनाने की जरूरत है।
क्या काम करेंगे नितिन कामत काउंसिल में
नितिन कामत ने आगे कहा कि वह विदेशी पूंजी पर निर्भरता घटाने पर काम करेंगे और भारतीयों को यहीं स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। जीरोधा के सीईओ ने x (पूर्व नाम ट्विटर) पर लिखा कि सरकारी पहल के साथ-साथ स्टार्टअप इकोसिस्टम, फाउंडर्स के सफलता की कहानियों के प्रचार-प्रसार के चलते अब बहुत से भारतीय अपना खुद का कारोबार शुरू करने के लिए तैयार दिख रहे हैं। नितिन कामत ने कहा कि स्टार्टअप और MSMEs को घरेलू स्तर पर ही पूंजी मिल जाए, ऐसा माहौल बनाना होगा। उन्होंने विदेशी पूंजी पर निर्भरता घटाने और भारतीयों को अपना स्टार्टअप यहीं शुरू करने की जरूरत बताई। नितिन कामत ने कहा कि भारतीय निवेशकों में नई चीजों को लेकर दिलचस्पी दिख रही है और इसे ही मौके के तौर पर भुनाना होगा।
काउंसिल में नितिन कामत समेत 32 नॉन-ऑफिशियल मेंबर्स नॉमिनेटेड
नेशनल स्टार्टअप एडवायजरी काउंसिल में नितिन कामत समेत 31 और नॉन-ऑफिशियल मेंबर्स को नॉमिवनेट किया गया है। इसमें सफल स्टार्टअप्स के फाउंडर्स, अनुभवी कारोबारी जिन्होंने अपनी कंपनियों को बड़े स्तर तक पहुंचाया के साथ-साथ ऐसे लोगों को भी मेंबर्स के तौर पर शामिल किया गया है जो स्टार्टअप निवेशक, इनक्यूबेटर्स और एक्सीलेटर्स के हितों को पेश कर सकते हैं।