Credit Cards

Tripura Floods: त्रिपुरा में आसमानी आफत से हाहाकार! 22 लोगों की मौत, बाढ़ से 17 लाख लोग प्रभावित

Tripura Floods: पिछले चार दिनों से भारी बारिश से प्रभावित त्रिपुरा में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है। दक्षिण त्रिपुरा में मिट्टी धंसने से सात लोगों की मौत हो गई, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। एक अधिकारियों ने बताया कि भारतीय मौसम विभाग ने सभी आठ जिलों के लिए 'रेड अलर्ट' जारी रखा है

अपडेटेड Aug 23, 2024 पर 11:45 AM
Story continues below Advertisement
Tripura Floods: 65,000 से अधिक लोग बेघर हो गए हैं और दो लोग लापता हैं

Tripura Floods: त्रिपुरा में पिछले कुछ दिनों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और दो अन्य लापता हो गए। एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि पिछले 24 घंटों में सात और लोगों की मौत के साथ ही त्रिपुरा में बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 22 हो गई। लगातार जारी भारी बारिश के कारण आई बाढ़ के कारण 65,000 से अधिक लोग बेघर हो गए हैं। अधिकारी ने बताया कि राज्य में 65,400 लोगों ने 450 राहत शिविरों में शरण ली है। भारी बारिश के कारण उनके घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

मुख्यमंत्री माणिक साहा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा कि सांतिरबाजार में अश्वनी त्रिपुरा पारा और देबीपुर में भूस्खलन के बाद दस लोग मलबे के नीचे दब गए। उन्होंने कहा, "मैं मृतकों के परिजनों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करता हूं। यह अपूरणीय क्षति है। राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को चार लाख रुपये की वित्तीय मदद देने की घोषणा की है।"

इससे पहले राजस्व विभाग के सचिव बृजेश पांडेय ने बताया था कि राज्य में भारी बारिश के बाद 12 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा, "अब तक 12 लोगों की जान जा चुकी है और दो लोग लापता हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट में भौतिक बुनियादी ढांचे और कृषि फसलों के साथ-साथ घरों और पशुओं को भी भारी नुकसान होने की बात कही गई है।"


17 लाख लोग प्रभावित

अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि पूर्वोत्तर राज्य में करीब 17 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। पांडेय ने कहा कि 2,032 स्थानों पर भूस्खलन की खबरें आईं, जिनमें से 1,789 स्थानों को साफ कर दिया गया है, जबकि अन्य स्थानों पर बहाली का काम जारी है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने गोमती और दक्षिण त्रिपुरा जिलों में फंसे लोगों को निकालने के लिए दो हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराए हैं। असम राइफल्स ने एक विज्ञप्ति में बताया कि राज्य भर से 750 से अधिक लोगों को निकाला गया है।

विज्ञप्ति में कहा गया, "असम राइफल्स की राइफल महिलाएं त्रिपुरा में राहत और बचाव अभियान का नेतृत्व कर रही हैं। राज्य के विभिन्न भागों में चार बचाव टुकड़ियां उतारी गईं, जिनमें पूर्वी कंचनबाड़ी, कुमारघाट, उनाकोटी जिला, गोमती जिले का अमरपुर, बिशालगढ़, सिपाहीजाला और त्रिपुरा पश्चिम शामिल हैं।" मौसम विभाग ने शुक्रवार 23 अगस्त को त्रिपुरा में कई स्थानों पर अत्यधिक बारिश होने का अनुमान लगाया है।

ये भी पढ़ें- PM Modi Visit Ukraine: यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे पीएम मोदी, जेलेंस्की से होगी मुलाकात, बोले- 'भारत शांति के पुल की तरह काम करेगा'

एक बयान में कहा गया है कि 2,032 स्थानों पर भूस्खलन हुआ, जिनमें से 1.789 क्षेत्रों को साफ कर दिया गया है। जबकि अन्य स्थानों पर बहाली का काम जारी है। धलाई, खोवाई, दक्षिण त्रिपुरा, पश्चिम त्रिपुरा, उत्तर त्रिपुरा और उनाकोटी जिलों में छह स्थानों पर नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।