उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिनों आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के तबादले का दौर जारी है। कई अफसरों को अब तक इधर से उधर किया जा चुका है। इस बीच योगी सरकार ने एक बार फिर से उत्तर प्रदेश में भारतीय पुलिस सेवा के 17 अधिकारियों का तबादला कर दिया है। इन तबादलों में शाहजहांपुर, लखनऊ, अलीगढ़, रायबरेली में बड़े बदलाव हुए हैं। एक दिन पहले मंगलवार को भी 17 आईपीएस का तबादला किया गया था। इस तरह 24 घंटे के भीतर 34 आईपीएस को इधर से उधर कर दिया गया है।
IPS शलभ माथुर IG स्थापना लखनऊ, IPS प्रभाकर चौधरी आईजी अलीगढ़ रेंज, IPS राजेश एस एसपी शाहजहांपुर बनाए गए हैं। IPS सुधा सिंह को फिर महत्वपूर्ण तैनाती मिली है। सुधा सिंह अब SSP झांसी बनाई गईं हैं।
देखिए IPS अधिकारियों के ट्रांसफर की पूरी लिस्ट
इसके अलावा IPS यशवीर सिंह एसपी रायबरेली, IPS सिद्धार्थ शंकर मीणा डीसीपी प्रयागराज, IPS चारू निगम गाजियाबाद पीएसी में सेनानायक, IPS अपर्णा गुप्ता डीसीपी लखनऊ बनाई गईं हैं। मुरादाबाद SP ग्रामीण संदीप कुमार मीना को गोरखपुर रेलवे का SP बनाया है। गोरखपुर रेलवे के SP अवधेश प्रताप सिंह को लखनऊ भेजा है। उन्हें भ्रष्टाचार निवारण संगठन का SP बनाया है। आरती सिंह और अंकिता शर्मा कानपुर कमिश्नरेट में DCP बनी हैं। चंद्रकांत मीना को वाराणसी कमिश्नरेट, तो साद मियां खां को गौतमबुद्धनगर का DCP बनाया गया है। कई अफसरों को उसी जिले में प्रोन्नति देकर पोस्टिंग दी गई। 17 में से 12 अफसर 2018 बैच के हैं। IPS अशोक मीणा एसपी सोनभद्र, IPS दीपक भूकर एसपी उन्नाव, IPS अभिषेक अग्रवाल डीसीपी आगरा, IPS कृष्ण कुमार एसपी संभल, IPS कुलदीप गुनावत डीसीपी प्रयागराज, IPS अभिजीत शंकर औरैया के एसपी बनाए गए हैं।
13 महीने बाद प्रभाकर चौधरी की हुई फील्ड में वापसी
साल 2010 बैच के आईपीएस अफसर प्रभाकर चौधरी की 13 महीने बाद फील्ड में वापसी हुई है। जुलाई 2023 को बरेली में कांवडियों पर लाठीचार्ज हुआ था। बताया जाता है कि इसी के बाद सरकार ने उन्हें जिले के एसएसपी के पद से हटा दिया था। प्रभाकर को 32वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ का सेनानायक बनाया गया था। इसके बाद जनवरी 2024 को उन्हें डीजीपी मुख्यालय में डीआईजी स्थापना बनाया गया। अब सरकार ने एक बार फिर से सख्त छवि के आईपीएस अफसर प्रभाकर चौधरी पर भरोसा जताते हुए उन्हें डीआईजी अलीगढ़ रेंज बनाया है।
जानिए अभिषेक कुमार को रायबरेली से क्यों हटाया गया
रायबरेली के एसपी अभिषेक कुमार अग्रवाल को हटा कर आगरा पुलिस कमिश्नरेट भेजा गया है। इसकी वजह बताया जा रहा है कि दीपू नाम के एक शख्स को आठ लाख रुपये की लूट के केस में गदागंज पुलिस ने जेल भेज दिया था। 12 दिन बाद जब दीपू जमानत पर बाहर आया तो उसने बताया कि उसे 7 लाख रुपये सड़क में पड़े हुए मिले थे। जब वह उन पैसों को लेकर थाने पहुंचा तो पुलिस ने उसे ही जेल भेज दिया। इस मामले ने जब तूल पकड़ा तो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे। इस मामले में डीजीपी मुख्यालय भी अभिषेक से नाराज हो गए थे। ऐसे में माना जा रहा है कि इसी वजह से रायबरेली के एसपी पद से हटा दिया गया है।