उत्तराखंड के रुड़की में स्थित बेलरा गांव (Belra village of Roorkee) में सोमवार शाम एक युवक की हत्या को लेकर हुई झड़प में करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। रुड़की में ट्रैक्टर-ट्रॉली की चपेट में आने से युवक की मौत के बाद विवाद इतना बढ़ गया कि ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी कर दी। इसमें दो इंस्पेक्टर और एक दरोगा समेत पांच अधिकारी घायल हो गए। उपद्रवियों ने एक बाइक को भी आग के हवाले कर दिया। बवाल बढ़ने पर पुलिस ने पहले तो आंसू गैस के गोले छोड़े, लेकिन हालात नियंत्रण में न आने पर लाठीचार्ज किया। इस बीच देर शाम गांव की 10 किलोमीटर की परिधि में धारा 144 लागू कर दी गई। पुलिस ने कहा, "अब तक 24 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।"
इस घटना ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को Crpc की धारा 144 लागू करने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पूरे गांव क्षेत्र में सुरक्षा बलों को तैनात करने के लिए प्रेरित किया। कुछ उपद्रवियों ने कथित तौर पर पुलिस टीमों पर पथराव किया, जिसमें लगभग आधा दर्जन कर्मी घायल हो गए। बताया जा रहा है कि कुछ वाहनों में भी आग लगा दी गई, जिससे पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
अधिकारियों के मुताबिक मामला बेलरा गांव में एक युवक की मौत से जुड़ा है। ग्रामीण मामले में की गई जांच से संतुष्ट नहीं थे और आरोप लगाया कि व्यक्ति की हत्या की गई है, लेकिन जांच में ऐसा कुछ नहीं मिला है। रविवार रात सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र स्थित बेलरा गांव निवासी पंकज (35) बाइक से अपने गांव लौट रहा था। इसी दौरान वह रात 11 बजे के करीब ट्रैक्टर की चपेट में आ गया। सोमवार को युवक के परिजन और ग्रामीणों ने कुछ लोगों पर सरिए से हमला करने का आरोप लगाते हुए कोतवाली घेर ली।
दोपहर बाद ग्रामीणों ने पुलिस से धक्कामुक्की और हाथापाई भी की। पुलिस ने लाठियां फटकारकर किसी तरह लोगों को वहां से खदेड़ा तो लोग बेलरा गांव पहुंच गए। नेशनल हाईवे जाम करने की आशंका के चलते भारी पुलिस बल भी वहां पहुंच गया। इस दौरान पुलिसकर्मियों और आम लोगों के बीच झड़प शुरू हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इसमें दो इंस्पेक्टर, एक दरोगा घायल हो गए। घायल पुलिस अधिकारियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस का दावा है कि फिलहाल हालात नियंत्रण में है।