अगर आप उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान जैसे राज्यों में रहते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। भारतीय मौसम विभाग के ताजा अनुमान के मुताबिक दो नए पश्चिमी विक्षोभ या वेस्टर्न डिस्टर्बन्स (Western Disturbance) मई की शुरुआत में गर्मी से राहत दिला सकते हैं। दरअसल, इसके चलते तेज गर्मी वाले राज्यों में बूंदाबांदी हो सकती है। इससे तापमान में कमी आएगी। उत्तर-पश्चिम और सेंट्रल इंडिया में जबरदस्त हीटवेव चल रही है। इससे लोग बेहाल हैं। यूपी में तो तापमान 47 डिग्री पार कर गया है।
शुक्रवार को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिम उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड और विदर्भ में अगले 3 दिन जोरदार लू चलने की चेतावनी जारी की गई थी। इसके साथ ही मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन से भीषण गर्मी से निपटने के इंतजाम करने की अपील की है।
गुरुवार को गुरुग्राम का तापमान 45.6℃ पहुंच गया था जो अप्रैल का सबसे गर्म दिन था। राष्ट्रीय राजधानी की सफदरजंग लेबोरेटरी ने 43.5℃ तापमान दर्ज किया था। इसी तरह राजधानी के दूसरे मौसम केंद्रों जैसे रिज, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, नजफगढ़, में भी सामान्य से ज्यादा तापमान दर्ज किए गए।
क्या है वेस्टर्न डिस्टर्बन्स?
वेस्टर्न डिस्टर्बन्स (Western Disturbance) को पश्चिमी विक्षोभ भी कहा जाता है। यह भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी इलाकों में आने वाला ऐसा तूफ़ान है, जो वायुमंडल की ऊंची लेयर में भूमध्य सागर, अटलांटिक महासागर और कुछ हद तक कैस्पियन सागर से नमी लाकर उसे उत्तर भारत, पाकिस्तान व नेपाल में बारिश के रूप में बदल देता है। यह एक गैर-मानसूनी वर्षा का स्वरूप है जो पछुवा पवन (वेस्टर्लीज) द्वारा संचालित होता है।
वेस्टर्न डिस्टर्बन्स या पश्चिमी विक्षोभ भूमध्य सागर में अतिरिक्त उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के रूप में उत्पन्न होता है। यूक्रेन और उसके आस-पास के क्षेत्रों पर एक उच्च दबाव क्षेत्र समेकित होने के कारण, जिससे ध्रुवीय क्षेत्रों से उच्च नमी के साथ अपेक्षाकृत गर्म हवा के एक क्षेत्र की ओर ठंडी हवा का प्रवाह होने लगता है। यह ऊपरी वायुमंडल में साइक्लोजेनेसिस के लिए अनुकूल परिस्थितियां उत्पन्न होने लगती है, जो कि एक पूर्वमुखी-बढ़ते एक्सट्रैटॉपिकल डिप्रेशन के गठन में मदद करता है। फिर धीरे-धीरे यही चक्रवात ईरान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के मध्य-पूर्व से भारतीय उप-महाद्वीप में प्रवेश करता है।
मौसम विभाग ने अपने ताजा अनुमान में कहा है कि 2 मई के आसपास वेस्टर्न डिस्टर्बन्स के बनने की उम्मीद है। जिसके चलते उत्तर पश्चिम भारत के पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में 3-4 मई को छिटपुट बारिश हो सकती है जिसके कारण चिलचिलाती गर्मी से राहत मिल सकती है।