BMW Ventures IPO: लॉन्ग और फ्लैट स्टील प्रोडक्ट्स की डिस्ट्रीब्यूटर बीएमडब्ल्यू वेंचर्स ने कर्ज कम करने के लिए एक बार फिर IPO लाने का प्लान बनाया है। कंपनी ने इसके लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस को दोबारा जमा किया है। IPO में 2.34 करोड़ नए इक्विटी शेयर रहेंगे। कोई ऑफर फॉर सेल नहीं होगा। इश्यू के साइज में 18,000 शेयरों की कमी की गई है।
BMW Ventures स्टील प्रोडक्ट्स, ट्रैक्टर इंजन और स्पेयर पार्ट्स की ट्रेडिंग और डिस्ट्रीब्यूशन के साथ-साथ पीवीसी पाइप और रोल फॉर्मिंग की मैन्युफैक्चरिंग, प्री-इंजीनियर्ड बिल्डिंग्स (PEB) और स्टील गर्डर्स के फैब्रिकेशन के कारोबार में है।
पहले साल 2024 में जमा किया था ड्राफ्ट
BMW Ventures ने इससे पहले 4 सितंबर, 2024 को 2,34,18,000 नए इक्विटी शेयरों के इश्यू के जरिए फंड जुटाने के लिए SEBI के पास IPO पेपर जमा किए थे। लेकिन फिर कंपनी ने 28 अक्टूबर, 2024 को ड्राफ्ट पेपर्स को वापस ले लिया। इस बार कंपनी ने अपने IPO का उद्देश्य बदल दिया है। पहले के ड्राफ्ट पेपर्स के अनुसार, यह वित्त वर्ष 2025 और वित्त वर्ष 2026 में वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए IPO की इनकम में से 175 करोड़ रुपये का इस्तेमाल करने वाली थी।
इस बार IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
पटना स्थित BMW Ventures पूरे बिहार में लॉन्ग और फ्लैट स्टील प्रोडक्ट्स के डिस्ट्रीब्यूशन में विशेषज्ञता रखती है। कंपनी अपने IPO से हासिल पैसों में से 173.75 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए और बाकी पैसों का इस्तेमाल सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करने का इरादा रखती है। दिसंबर 2024 तक, कंसोलिडेटेड बेसिस पर कंपनी पर कुल उधारी 440.72 करोड़ रुपये थी।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।