कृषि ट्रैक्टरों और कंस्ट्रक्शन व्हीकल्स के लिए एक्सल और ट्रांसमिशन सिस्टम बनाने वाली कंपनी कैरारो इंडिया IPO के जरिए 1,811.65 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। कंपनी ने कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास IPO का ड्राफ्ट दाखिल कर दिया है। इटली स्थित प्रमोटर कैरारो एस.पी.ए. कैरारो समूह की पेरेंट कंपनी है। यह ग्रुप कृषि व्हीकल्स के लिए ट्रांसमिशन सिस्टम (एक्सल, ट्रांसमिशन और ड्राइव) और ऑफ-हाइवे व्हीकल्स के लिए कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट बनाता है।
IPO में प्रमोटर कैरारो इंटरनेशनल एस ई की ओर से 1,811.65 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल होगा। नए शेयर जारी नहीं किए जाएंगे। इसलिए पब्लिक इश्यू से हासिल होने वाली पूरी कमाई शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को जाएगी। कैरारो इंटरनेशनल एस ई, कैरारो एस.पी.ए. का हिस्सा है और निवेश उद्देश्यों के लिए एक होल्डिंग कंपनी है।
क्या-क्या बनाती है कैरारो इंडिया
कैरारो इंडिया की शुरुआत 1997 में हुई थी। इसके कॉम्पिटीटर्स में एस्कॉर्ट्स कुबोटा, शेफलर इंडिया, सोना बीएलडब्ल्यू प्रिसिजन फोर्जिंग्स, रामकृष्ण फोर्जिंग्स, हैप्पी फोर्जिंग्स और एक्शन कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट जैसी लिस्टेड कंपनियां शामिल हैं। कैरारो इंडिया कृषि ट्रैक्टरों और कंस्ट्रक्शन व्हीकल्स के लिए बैकहो लोडर, सॉइल कॉम्पेक्टर, क्रेन, सेल्फ-लोडिंग कंक्रीट मिक्सर और छोटे मोटर ग्रेडर बनाती है। यह औद्योगिक और ऑटोमोटिव व्हीकल्स के लिए गियर, शाफ्ट और रिंग गियर भी सप्लाई करती है। कंपनी के पुणे में दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं।
वित्त वर्ष 2024 के लिए कैरारो इंडिया का मुनाफा 29.4 प्रतिशत बढ़कर 60.6 करोड़ रुपये रहा। इससे पहले के वित्त वर्ष में यह 47 करोड़ रुपये था। कैरारो इंडिया का वित्त वर्ष 2024 में रेवेन्यू 4.4 प्रतिशत बढ़कर 1,770.5 करोड़ रुपये रहा। रेवेन्यू में घरेलू बिक्री का योगदान 64.82 प्रतिशत रहा। EBITDA 130 बीपीएस बढ़कर 7.2 प्रतिशत हो गया, जबकि मार्जिन 27.2 प्रतिशत बढ़कर 128.2 करोड़ रुपये हो गया।