Crizac IPO: स्टूडेंट रिक्रूटमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइडर Crizac अपना आईपीओ लाने जा रही है। कंपनी ने इसके लिए आज 18 नवंबर को मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास फिर से ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया है। कंपनी का इरादा पब्लिक इश्यू के जरिए 1000 करोड़ रुपये जुटाने का है। इस आईपीओ में फ्रेश शेयर जारी नहीं होंगे और प्रमोटर्स द्वारा केवल ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए शेयरों की बिक्री होगी। इसका मतलब है कि आईपीओ से होने वाली पूरी आय सेलिंग शेयरहोल्डर्स को जाएगी।
OFS के हिस्से के रूप में पिंकी अग्रवाल द्वारा 841 करोड़ रुपये और मनीष अग्रवाल द्वारा 159 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की जाएगी। इससे पहले कंपनी ने मार्च 2024 में ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए थे। हालांकि, सेबी ने जुलाई में कंपनी को आईपीओ पेपर वापस कर दिए थे।
Crizac हायर एजुकेशन के एजेंटों और ग्लोबल इंस्टीट्यूशन के लिए एक B2B एजुकेशन प्लेटफॉर्म है। यह यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, आयरलैंड गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हायर एजुकेशन के ग्लोबल इंस्टीट्यूशन को इंटरनेशनल स्टूडेंट रिक्रूटमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइड करता है।
वित्त वर्ष 2022 से सितंबर 2024 तक इसने उच्च शिक्षा के 135 से अधिक ग्लोबल इंस्टीट्यूशन के साथ काम करते हुए 5.95 लाख से अधिक स्टूडेंट एप्लिकेशन को प्रोसेस किया था। इसके वैश्विक स्तर पर लगभग 7,900 एजेंट हैं जो इसके टेक्नोलॉजी प्लेटफ़ॉर्म पर रजिस्टर्ड हैं।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में 116 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया है, जो पिछले वित्त वर्ष के 110.1 करोड़ रुपये से 5.2 फीसदी अधिक है। वित्त वर्ष 24 में रेवेन्यू 274 करोड़ रुपये से 93.4 फीसदी बढ़कर 530 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का EBITDA 37.2 फीसदी बढ़कर 143.8 करोड़ रुपये हो गया, लेकिन मार्जिन पिछले वर्ष की तुलना में 1,110 बीपीएस गिरकर 27.1 फीसदी हो गया।
सितंबर 2024 को समाप्त छह महीने की अवधि में लाभ 291.2 करोड़ रुपये के रेवेन्यू पर 61.8 करोड़ रुपये रहा। इक्विरस कैपिटल और आनंद राठी एडवाइजर्स को इस इश्यू के मर्चेंट बैंकर के रूप में नियुक्त किया गया है।