एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज का आईपीओ निवेश के लिए 19 नवंबर को खुल गया है। कंपनी ने शेयर का प्राइस बैंड 114-120 रुपये रखा है। यह इश्यू 500 करोड़ रुपये का है। इसमें ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) भी शामिल है। कंपनी 180 करोड़ रुपये के नए शेयर इश्यू करेगी। प्रमोटर्स ओएफएस के तहत 320 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे। इस इश्यू में 21 नवंबर तक इनवेस्ट किया जा सकता है।
कंपनी कई तरह के सॉल्यूशंस ऑफर करती है
Excelsoft Technologies (ETPL) 25 साल पुरानी मैसूर की Saas (सॉफ्टवेयर एज ए सर्विस) कंपनी है। यह एक वर्टिकल SaaS कंपनी है, जो लर्निंग मैनेजमेंट, ई-एसेसमेंट्स, रिमोट प्रोक्टोरिंग और कस्टम एजुकेशन-टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस ऑफर करती है। कंपनी को डिजिटाइजेशन पर बढ़ते फोकस का फायदा मिलता है। दुनियाभर में ऑनलाइन ट्रेनिंग, ई-लर्निंग और एआई-पावर्ड कंटेंट जेनरेशन पर कंपनियों का फोकस बढ़ रहा है।
नॉर्थ अमेरिका से करीब 60 फीसदी रेवेन्यू
ईटीपीएल का करीब 60 फीसदी रेवेन्यू नॉर्थ अमेरिका से आता है। यह SaaS का सबसे तेजी से बढ़ता मार्केट है। इसके बाद यूरोप का नंबर है। ग्लोबल मार्केट में मौजूदगी से कंपनी के ज्योग्रॉफिक रिस्क कम हो जाता है। इससे कंपनी को इंडिया से बाहर भी SaaS के मार्केट का फायदा उठाने में मदद मिलती है। कंपनी 19 देशों में 101 एंटरप्राइज क्लाइंट्स को सेवाएं देती है। इसमें Pearson Education, AQA और Brigham University जैसे नाम शामिल हैं।
कंपनी के पास कई प्रतिष्ठित क्लाइंट्स
इतने प्रतिष्ठित क्लाइंट्स का होना ईटीपीएल के लिए एक उपलब्धि है। FY23 और FY25 के बीच कंपनी के रेवेन्यू का सीएजीआर 9 फीसदी और EBITDA का सीएजीआर 4 फीसदी रहा है। EBITDA मार्जिन 27 से 34 फीसदी के बीच रहा है। कंपनी पर कर्ज नहीं है। इससे उसके पास AI, इंफ्रास्ट्रक्चर और प्रोडक्ट अपग्रेड पर निवेश करने की गुंजाइश है। हालांकि, ग्लोबल एजुकेशन SaaS मार्केट की ग्रोथ के मुताबिक कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ नहीं रही है।
ग्लोबल SaaS कंपनियों से मिल सकता है चैलेंज
कंपनी के पास सिर्फ ऐसे 24 क्लाइंटंस हैं, जो 10 साल से ज्यादा पुराने हैं। नए क्लाइंट्स बनाना कंपनी के चाइलेंजिंग हो सकता है। हालांकि, कंपनी ने पिछले दो दशकों में स्ट्रॉन्ग और फ्लेक्सिबल बिजनेस मॉडल बनाया है। लेकिन, टेक्नोलॉजी में तेजी से हो रहे बदलाव के चलते मार्केट में कॉम्पिटिशन बढ़ा है। एक्सेलसॉफ्ट को घरेलू और ग्लोबल SaaS कंपनियों से बड़ा चैलेंज मिल सकता है।
क्या आपको निवेश करना चाहिए?
शेयर की वैल्यूएशन FY25 की अर्निंग्स का 35 गुना है, जो अट्रैक्टिव नहीं लगता है। इस इंडस्ट्री की ग्रोथ अच्छी रहने की संभावना है। लेकिन, बहुत तेज ग्रोथ की उम्मीद नहीं की जा सकती। कंपनी ने आईपीओ से हासिल होने वाले पैसे का 34 फीसदी हिस्सा मैसूर प्रॉप्रटी में जमीन खरीदने और नई फैसिलिटी बनाने के लिए करेगी। इस निवेश पर कंपनी को समान अनुपात में रिटर्न मिलने की संभावना नहीं दिखती। कंपनी से जुड़े रिस्क को देखते हुए इस आईपीओ में निवेश से दूर रहना ठीक होगा।